नई दिल्ली, 22 अप्रैल . उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर बताया कि भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने 2025-26 के लिए मानकीकरण के क्षेत्र में अपने साझेदार संस्थानों के 500 छात्रों के लिए इंटर्नशिप की घोषणा की है.
इंटर्नशिप का प्रस्ताव 4 साल के डिग्री कोर्स, 5-साल के इंटीग्रेटेड डिग्री कोर्स, पोस्टग्रेजुएट डिग्री और डिप्लोमा प्रोग्राम कर रहे छात्रों के लिए होगा.
बयान में कहा गया है कि 8 सप्ताह की इस इंटर्नशिप में दो प्रमुख उद्योगों में पूर्व-मानकीकरण कार्य को लेकर जानकारी दी जाएगी.
छात्रों को मैन्युफैक्चरिंग और टेस्टिंग प्रोसेस, रॉ मटेरियल, इन-प्रोसेस कंट्रोल और प्रोडक्ट क्वालिटी से जुड़े दूसरे पहलुओं पर विस्तृत अध्ययन करने का अवसर मिलेगा.
हाल ही में आयोजित बीआईएस मानकीकरण अध्यक्षों और एमओयू भागीदार संस्थानों की नोडल फैकल्टी के वार्षिक सम्मेलन में 15 संस्थानों के पाठ्यक्रम में मानकीकरण मॉड्यूल को भी शामिल किया गया है, जबकि 130 से अधिक शोध और विकास परियोजनाएं शुरू की गई हैं.
50 से अधिक संस्थानों ने बीआईएस कॉर्नर और अकादमिक डैशबोर्ड स्थापित किए हैं और 52 संस्थानों में कुल 198 मानक क्लब बनाए गए हैं.
बीआईएस के महानिदेशक प्रमोद कुमार तिवारी ने कहा कि यह साझेदारी शिक्षा जगत में गुणवत्ता और मानकीकरण की संस्कृति को समाहित करने के लिए एक साझा राष्ट्रीय मिशन है.
मानकीकरण के उप महानिदेशक राजीव शर्मा ने संस्थानों को कार्रवाई से जुड़े सहयोग को बढ़ावा देने और देश के क्वालिटी इकोसिस्टम में सक्रिय रूप से योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया.
सम्मेलन में करिकुलम इंटीग्रेशन, मानक निर्माण, मानक क्लबों के माध्यम से छात्र जुड़ाव और दूसरी प्रचार गतिविधियों पर तकनीकी सत्र आयोजित किए गए.
एक ओपन हाउस चर्चा में, भागीदार संस्थानों ने अकादमिक सहयोग के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं और अभिनव मॉडलों को साझा किया.
बयान में कहा गया कि कार्यक्रम का समापन भारतीय शिक्षा जगत में मानकीकरण की संस्कृति को मजबूत करने, छात्रों और शिक्षकों को राष्ट्रीय और वैश्विक गुणवत्ता प्रणालियों के साथ सार्थक रूप से जुड़ने के लिए सशक्त बनाने के सामूहिक संकल्प के साथ हुआ.
सम्मेलन में 58 भागीदार संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. पांच संस्थानों – आईआईटी रुड़की, एसएसईसी चेन्नई, एनआईटी जालंधर, एसवीसीई चेन्नई और पीएसएनएसीईटी डिंडीगुल को एमओयू के अनुसार बीआईएस से संबंधित गतिविधियों में उनके असाधारण प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया.
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एसकेटी/