भारत एशियन योगासन चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा, 20 देशों के 170 एथलीट लेंगे हिस्सा

नई दिल्ली, 22 अप्रैल . भारत में योग को खेल के रूप में बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है. भारत सरकार का युवा मामले और खेल मंत्रालय, साई और योगासन भारत मिलकर 25 से 27 अप्रैल 2025 तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में दूसरी एशियाई योगासन स्पोर्ट्स चैंपियनशिप का आयोजन करेंगे. इस चैंपियनशिप में 20 से अधिक एशियाई देशों के 170 एथलीट, 40 तकनीकी अधिकारी और 30 टीम मैनेजर और कोच भाग लेंगे. यह आयोजन योगासन को वैश्विक खेल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

भारत सरकार योगासन को एक वैश्विक खेल के रूप में बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. युवा मामले और खेल मंत्रालय इस दिशा में लगातार काम कर रहा है. इसी के तहत, भारत 25 से 27 अप्रैल 2025 तक दूसरी एशियाई योगासन स्पोर्ट्स चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा. यह चैंपियनशिप नई दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित की जाएगी. इस बारे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में योगासन मूवमेंट के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे. प्रमुख रूप से उदित शेठ (अध्यक्ष, योगासन भारत), डॉ. संजय मालपानी (अध्यक्ष, एशियाई योगासन) और डॉ. जयदीप आर्य (महासचिव, विश्व योगासन) शामिल थे.

केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया 25 अप्रैल 2025 को उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि होंगे. यह भारत की योगासन को एक प्रतिस्पर्धी वैश्विक खेल के रूप में बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. उदित शेठ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “योगासन खेल के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है क्योंकि हम भारत में एशियाई चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहे हैं और अपने खेल के लिए एक वैश्विक मंच स्थापित कर रहे हैं. भारतीय राष्ट्रीय टीम को मेरी शुभकामनाएं, क्योंकि यह ऐतिहासिक क्षण प्रतिस्पर्धी खेलों में जीवन भर गूंजेगा.”

डॉ. संजय मालपानी ने कहा कि एथलीटों और संघों से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया दिखाती है कि योगासन वैश्विक स्तर पर पहचान पाने के लिए तैयार है. उन्होंने यह भी कहा कि इस बार का आयोजन और भी भव्य होगा. डॉ. जयदीप आर्य ने कहा कि योगासन की यात्रा एक पवित्र अभ्यास से एक वैश्विक खेल बनने तक भारत के दृष्टिकोण, लचीलेपन और नेतृत्व को दर्शाती है. उन्होंने यह भी कहा कि यह चैंपियनशिप प्रतिस्पर्धी योगासन खेलों में नए मानक स्थापित करेगी.

इस चैंपियनशिप में योगासन के बेहतरीन एथलीट भाग लेंगे. वे ताकत, लचीलापन, सहनशक्ति और कलात्मक श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करेंगे. यह आयोजन योग की गहरी जड़ों और परंपराओं को भी दर्शाएगा. इस अवसर पर टीम इंडिया को भी इंट्रोड्यूस कराया गया. टीम में देश के अलग-अलग हिस्सों के एथलीट शामिल हैं. हर एथलीट की कहानी मेहनत, समर्पण और उत्कृष्टता की कहानी है. चैंपियनशिप के आधिकारिक शुभंकर का भी अनावरण किया गया. यह शुभंकर योगासन की भावना और ताकत का प्रतीक है. इसके अलावा, चैंपियनशिप का आधिकारिक गान भी लॉन्च किया गया. यह गान योगासन के वैश्विक खेल के रूप में उभरने के पीछे की ऊर्जा, गौरव और दृष्टिकोण को दर्शाता है.

एशियाई योगासन के बारे में खास बातें: एशियाई योगासन एक खेल संघ है, जिसे ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया द्वारा मान्यता प्राप्त है. यह एशिया में योगासन को एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में बढ़ावा देने और विनियमित करने के लिए समर्पित है. यह संगठन विश्व योगासन से संबद्ध है और उत्कृष्टता और परंपरा के लिए प्रतिबद्ध है. यह पाठ्यक्रम डिजाइन करता है, प्रशिक्षण प्रदान करता है और योगासन को एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त विषय के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन करता है. यह चैंपियनशिप योगासन के खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी. भारत सरकार और खेल मंत्रालय इस दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं. साई और योगासन भारत का सहयोग इस प्रयास को और भी मजबूत करेगा. यह आयोजन न केवल भारत में बल्कि पूरे एशिया में योगासन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

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