‘लाल रंग’ के नौ साल पूरे, ‘पुष्पेंद्र बाबू जी को हवा में प्रणाम’ करते दिखे रणदीप हुड्डा

मुंबई, 22 अप्रैल . अभिनेता रणदीप हुड्डा की फिल्म ‘लाल रंग’ ने अपनी रिलीज के 9 साल पूरे कर ल‍िए हैं. सोशल मीडिया पर फिल्म से जुड़े वीडियो को शेयर करते हुए अभिनेता ने बताया कि इस फिल्म को मिल रहे दर्शकों के प्यार के लिए वह आभारी हैं.

इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर अभिनेता ने कैप्शन में लिखा, “ ‘लाल रंग’ के 9 साल पूरे हो चुके हैं और प्यार अभी भी गहरा है. एक बोल्ड कहानी के रूप में शुरू हुई यह फिल्म एक कल्ट क्लासिक बन गई इसके लिए आपका शुक्रिया. यह खून, भाईचारा और उस बंधन के लिए है, जो समय के साथ और मजबूत होता गया. इस फिल्म को मिल रहे प्यार के हर एक अंश के लिए आभारी हूं.“

सैयद अहमद अफजल के निर्देशन में बनी फिल्म का निर्माण नितिका ठाकुर और क्रियान मीडिया ने मिलकर किया है. ‘लाल रंग’ में रणदीप हुड्डा के साथ अक्षय ओबेरॉय और पिया बाजपेयी भी अहम भूमिकाओं में हैं.

हरियाणा की पृष्ठभूमि पर आधारित यह क्राइम-ड्रामा अवैध ब्लड बैंक संचालन पर बेस्ड है. यह फिल्म दो दोस्तों की जिंदगी पर बनी फिल्म है, जिनकी जिंदगी अवैध व्यापार में उलझ जाती है. यह फिल्म 22 अप्रैल, 2016 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी.

वर्कफ्रंट की बात करें तो रणदीप हुड्डा की हालिया रिलीज फिल्म ‘जाट’ है, जिसमें अभिनेता खलनायक ‘रणतुंगा’ के किरदार में नजर आए थे. गोपीचंद मलिनेनी के निर्देशन में बनी फिल्म में रणदीप हुड्डा के साथ फिल्म में सनी देओल, रेजिना कैसेंड्रा, सैयामी खेर, विनीत कुमार सिंह मुख्य भूमिकाओं में हैं.

फिल्म 10 अप्रैल को हिंदी के साथ तमिल और तेलुगू में रिलीज हो चुकी है. गोपीचंद मलिनेनी के निर्देशन में बनी ‘जाट’ का निर्माण मैत्री मूवी मेकर्स और पीपल मीडिया फैक्ट्री ने किया है.

‘रणतुंगा’ को मिली प्रशंसा से अभिनेता हुड्डा गदगद नजर आए. सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर दर्शकों से मिल रहे प्यार के लिए उन्होंने आभार जताया था.

इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर अभिनेता ने बताया कि खतरनाक किरदार को इतनी प्रशंसा मिलने का अनुभव शानदार रहा. पर्दे के पीछे की तस्वीरों को शेयर करते हुए रणदीप ने कैप्शन में लिखा, “रणतुंगा के लिए मुझे मिल रहे प्यार को मैं अभी भी महसूस कर रहा हूं… इस तरह के खतरनाक किरदार को निभाना और उसे इतनी प्रशंसा पाना वास्तव में विनम्र करने वाला है. फिल्म में काम करने और सराहना पाने का अनुभव शानदार रहा.”

एमटी/