नोएडा, 21 अप्रैल . नोएडा पुलिस की सेक्टर-36 साइबर क्राइम थाना टीम ने नैनीताल बैंक से 16 करोड़ रुपए की साइबर ठगी और ड्रग्स तस्करी के बड़े गिरोह का खुलासा किया. इस मामले में एक विदेशी नागरिक सहित चार शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के पास से नकदी, मोबाइल, लैपटॉप, पासपोर्ट समेत भारी मात्रा में ड्रग्स भी बरामद हुई हैं.
20 और 21 अप्रैल की रात को नोएडा साइबर क्राइम पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, लोकल इंटेलिजेंस और गुप्त सूचना के आधार पर ग्रेटर नोएडा के सिग्मा-4 सेक्टर में कार्रवाई की. इस दौरान नैनीताल बैंक में 16 करोड़ रुपए की साइबर ठगी और प्रतिबंधित ड्रग्स की तस्करी में लिप्त एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ हुआ.
जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी मोहम्मद सावेज उर्फ शानू भोले-भाले लोगों के बैंक खाते उपलब्ध कराता था. इन खातों का इस्तेमाल साइबर ठगी से प्राप्त रकम को ट्रांसफर करने में किया जाता था. विदेशी आरोपी उमेलाकी एमेका उर्फ एलेक्स साइबर फ्रॉड और ड्रग्स तस्करी का मास्टरमाइंड है और पिछले दस वर्षों से भारत में रह रहा है.
पुलिस ने नाइजीरियन नागरिक उमेलाकी एमेका उर्फ एलेक्स (53), गाजियाबाद के डासना निवासी मोहम्मद सावेज उर्फ शानू (26), संगम विहार दिल्ली के अमित गुप्ता (28) और दीपक गुप्ता (39) को गिरफ्तार किया.
पुलिस के मुताबिक, उमेलाकी एमेका से 50 हजार रुपए नकद, 8 चेक बुक, 7 पासबुक, 7 मोबाइल, 1 लैपटॉप, 2 इंटरनेट मॉडम, 9 सिम कार्ड, 3 डेबिट कार्ड, 2 पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और 39.58 ग्राम एमडीएमए टैबलेट बरामद हुआ है. बरामद टैबलेट की अनुमानित कीमत 20 लाख रुपए बताई गई है.
इसके अलावा, अमित गुप्ता से 8.68 ग्राम एमडीएमए टैबलेट और एक कार बरामद हुआ. जबकि, मोहम्मद सावेज से एक मोबाइल जब्त किया गया है.
पुलिस ने बताया कि उमेलाकी एमेका दिल्ली और नोएडा में साइबर क्राइम और ड्रग्स से जुड़े कई मामलों में वांछित था. वहीं, मोहम्मद सावेज दिल्ली और नोएडा में साइबर फ्रॉड के पूर्व मामलों में शामिल था.
पुलिस ने साइबर जागरूकता सुझाव जारी करते हुए बताया है कि किसी भी साइबर अपराध की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करें. किसी भी बैंक से जुड़ी जानकारी को अपडेट करने के लिए भेजे गए लिंक पर क्लिक न करें, बैंक कभी भी इस प्रकार की जानकारी लिंक के माध्यम से नहीं मांगता.
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पीकेटी/एबीएम