उज्जैन : क्षिप्रा नदी में स्वच्छता अभियान, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दिया योगदान

उज्जैन, 21 अप्रैल . मध्य प्रदेश में जल स्रोतों को जल संग्रहण के मामले में सक्षम बनाने के लिए ‘जल गंगा संरक्षण अभियान’ चलाया जा रहा है. इसी क्रम में सोमवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन में क्षिप्रा नदी के स्वच्छता अभियान में भागीदारी की. उन्होंने सफाई मित्रों का सम्मान भी किया.

दरअसल, राज्य में 30 मार्च से ‘जल गंगा संरक्षण अभियान’ चलाया जा रहा है. यह अभियान 30 जून तक चलने वाला है. इसके तहत जल संरचनाओं को दुरुस्त किया जाएगा, उनकी सफाई होगी ताकि उनकी जल संग्रहण क्षमता में इजाफा हो.

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन में क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाई और पूजा-अर्चना के साथ आरती भी की. मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”एक कदम जल संरक्षण की ओर… आज उज्जैन स्थित रामघाट पर सफाई मित्रों संग ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ के अंतर्गत स्वच्छता कार्य में सहभागिता की और सफाई मित्रों को सम्मानित किया. क्षिप्रा मैया की कृपा से स्वच्छता, विकास और जनकल्याण के समस्त कार्य पूर्ण हो रहे हैं.”

उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा, ”मैया के आशीर्वाद से जल संरक्षण का पुनीत संकल्प भी पूरा हो, यही कामना है. हम सब जानते हैं कि जल हमारे जीवन का मूल आधार है, इसका संरक्षण हमारा कर्तव्य है. आइए, हम सब मिलकर जलस्रोतों को स्वच्छ बनाएं और संरक्षित करें.”

उन्होंने बेतवा नदी की स्थिति और उसमें आए बदलाव का भी जिक्र किया. उन्होंने लिखा, “बेतवा नदी का उद्गम कई जल कूपों के कारण प्रभावित हो रहा था, परंतु ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ के माध्यम से जब इस पर कार्य किया गया, तो मूल गोमुख से बेतवा नदी का प्रवाह फिर से शुरू हो गया. क्षिप्रा मैया के आशीर्वाद से जल संरक्षण का पुनीत संकल्प भी पूरा हो, यही कामना है. जल हमारे जीवन का मूल आधार है, इसका संरक्षण हमारा कर्तव्य है. हम सब मिलकर जल स्रोतों को स्वच्छ बनाएं और संरक्षित करें.”

इस वर्ष उज्जैन में 23 से 27 अप्रैल तक पंचकोसी यात्रा होने वाली है. इस यात्रा के लिए प्रशासन की ओर से खास प्रबंध किए जा रहे हैं. इस यात्रा में शहर एवं ग्रामीण स्तर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित होंगे. यात्रा के मार्ग में कई पड़ाव स्थल जल स्रोतों के पास हैं, इसी कारण इनकी सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम भी किया गया है.

एसएनपी/एबीएम