नई दिल्ली, 20 अप्रैल . बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए बनाम महागठबंधन की लड़ाई देखने को मिलेगी. एनडीए से अलग हो चुकी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के आगामी चुनाव में ‘इंडिया’ ब्लॉक को समर्थन देने की चर्चाओं के बीच पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने रविवार को कहा कि वह उस गठबंधन के साथ जाएंगे जहां उन्हें सम्मान मिलेगा.
पशुपति पारस ने रविवार को समाचार एजेंसी से कहा कि अभी इस बारे में कहना थोड़ी जल्दबाजी हो सकती है कि हम बिहार चुनाव में ‘इंडिया’ ब्लॉक के साथ जाएंगे. हमारी पार्टी में सिर्फ मैं ही फैसले नहीं लेता. पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद तय किया जाएगा कि पार्टी किस गठबंधन के साथ जाएगी. लेकिन, इतना तय है कि हम उसी गठबंधन के साथ जाएंगे जहां सम्मान मिलेगा.
उन्होंने कहा कि फिलहाल वह बिहार में पार्टी के संगठन को मजबूत कर रहे हैं. अब तक 22 जिलों का भ्रमण कर चुके हैं. पार्टी सभी 243 सीटों पर तैयारी कर रही है. सदस्यता अभियान भी चलाया जा रहा है. अगस्त तक हम लोग पार्टी के संगठन को मजबूत करेंगे. इसके बाद फिर संसदीय दल की बैठक बुलाई जाएगी जिसमें फैसला लिया जाएगा कि हम किस गठबंधन के साथ जाएंगे.
एनडीए पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वहां उनका अपमान किया गया. पशुपति कुमार पारस ने कहा कि 15 जनवरी को चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया गया था जिसमें सभी दल के नेता आए, लेकिन एनडीए के नेता नहीं आए. ‘इंडिया’ ब्लॉक में शामिल राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव भी आए, उन्होंने मेरा मान-सम्मान बढ़ाया. हम 1977 से बिहार की राजनीति में हैं. सात बार विधायक रहे. बिहार में चार बार मंत्री रहे. लालू प्रसाद यादव की सरकार में मंत्री रहे. मेरा लालू प्रसाद यादव के साथ पारिवारिक रिश्ता है.
उन्होंने कहा, “मैं समझता हूं कि जिस पार्टी से हमें मान-सम्मान मिलेगा, हम उस पार्टी के साथ जाएंगे. एनडीए के साथ मेरा नाता टूट गया है और दूसरी ओर ‘इंडिया’ ब्लॉक गठबंधन है. भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन बिहार में गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगी. हमारी पार्टी तो छोटी है, जाहिर है हम भी गठबंधन के साथ ही जाएंगे.”
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डीकेएम/एकेजे