रायपुर, 20 अप्रैल . छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रविवार को आदिवासियों को “सबसे बड़ा हिंदू” बताया. उन्होंने कहा कि आज देश में कई एजेंसियां हैं जो देश को तोड़ने और आदिवासियों को बहकाने का काम कर रही हैं.
महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती और आर्य समाज के 150वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य पर रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा, “आदिवासी समाज (के लोग) सबसे बड़े हिंदू हैं. आदिवासी सरना पूजा में विश्वास रखते हैं. सरना एक पवित्र जगह होती है, जहां पेड़ों का झुंड होता है. वहां पर देवी-देवताओं के प्रतीक स्वरूप पत्थर स्थापित करते हैं और साल में चार-पांच पूजा करते हैं. इसके जो पुजारी होते हैं, उन्हें हम बैगा, बस्तर की तरफ सिरहा, तो कहीं पाहन बुलाते हैं.”
उन्होंने स्पष्ट किया, “जैसे हम लोगों की तरफ शिव-पार्वती का प्रतीक रखा जाता है और कुछ जगह गौरी-गौरा रखा जाता है. दोनों ही शिव-पार्वती हैं. इसलिए, हम कहते हैं कि आदिवासी समुदाय के लोग सबसे बड़े हिंदू हैं.”
सीएम साय ने कहा कि आज भी कई एजेंसियां सक्रिय हैं, जो देश को तोड़ने का काम कर रही हैं. आदिवासी समुदाय को भटकाने और बहकाने की कोशिशें हो रही हैं, जिसमें यह दावा किया जा रहा है कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं. उन्होंने इस दावे को गलत करार देते हुए जोर देकर कहा कि आदिवासी समाज हिंदू धर्म का अभिन्न और महत्वपूर्ण हिस्सा है.
इसके अलावा, सीएम साय रायपुर के शहीद स्मारक भवन में आयोजित छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में सम्मिलित हुए. उन्होंने सभी पदाधिकारियों को बधाई एवं सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं.
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हमारी सरकार ने ‘विकसित छत्तीसगढ़ 2047’ के लिए जो विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है, निश्चित ही उसे साकार करने में छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की अहम भूमिका रहने वाली है. इस वर्ष जीएसटी कलेक्शन में हमारा छत्तीसगढ़ पूरे देश में पहले स्थान पर है, इसमें भी इंडस्ट्रीज का विशेष सहयोग रहा है.”
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एससीएच/एकेजे