गौतमबुद्धनगर पुलिस ने दंगा नियंत्रण और आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों का किया प्रदर्शन

गौतमबुद्धनगर, 19 अप्रैल . पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में शनिवार को सूरजपुर स्थित रिजर्व पुलिस लाइंस के परेड ग्राउंड में दंगा नियंत्रण योजना और बलवा ड्रिल का व्यापक अभ्यास किया गया.

इस आयोजन में अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) शिवहरी मीणा, अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) अजय कुमार सहित 7 डीसीपी, 6 एडीसीपी, 17 एसीपी, समस्त शाखा प्रभारीगण और जिले के 27 थानों के प्रभारी के साथ ही द्वितीय अधिकारी शामिल रहे.

इस अभ्यास का उद्देश्य जिले में कानून व्यवस्था एवं शांति-सुरक्षा बनाए रखने के लिए भीड़ और दंगे की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने की रणनीति और क्रियान्वयन का परीक्षण करना था.

ड्रिल के प्रारंभ में अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को दंगा नियंत्रण से संबंधित उपकरणों हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्टर, केन शील्ड, डंडा, शीन गार्ड, नी गार्ड, एल्बो गार्ड, लाउड हैलर आदि के उपयोग एवं पहनने की विधि का प्रशिक्षण दिया गया.

इसके बाद हथियारों के संचालन का अभ्यास कराया गया. घातक हथियारों में इंसास राइफल, एसएलआर, एके-47, रिवाल्वर, पिस्टल, ग्लॉक पिस्टल, एमपी-5 गन आदि का संचालन सिखाया गया. जबकि, अघातक हथियारों जैसे टियर गैस गन, एंटी राइट गन, पंप एक्शन गन, रबर एंड प्लास्टिक बुलेट, चिली ग्रेनेड, स्टन ग्रेनेड आदि का प्रयोग और अभ्यास कराया गया.

बलवा ड्रिल के दौरान 9 विशेष टीमों, एलआईयू, सिविल पुलिस, अग्निशमन दल, आंसू गैस टीम, लाठी पार्टी, फायरिंग टीम, रिजर्व यूनिट, मेडिकल टीम तथा फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी टीम का गठन किया गया.

इन टीमों ने दंगाइयों को नियंत्रित करने, आम नागरिकों को सुरक्षित निकालने, घायलों को प्राथमिक चिकित्सा देने, टीयर गैस और पानी की बौछार से भीड़ को तितर-बितर करने जैसे महत्वपूर्ण अभ्यास किए.

इस अभ्यास से पुलिस बल की आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता का मूल्यांकन हुआ और विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय को मजबूती मिली. साथ ही, पुलिसकर्मियों में आत्मविश्वास भी बढ़ा.

अभ्यास के समापन पर वरिष्ठ अधिकारियों ने डि-ब्रीफिंग की, जिसमें आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए गौतमबुद्ध नगर पुलिस की तैयारियों की समीक्षा की गई.

पुलिस कमिश्नरेट ने यह स्पष्ट किया कि भविष्य में किसी भी आपदा या दंगा जैसी स्थिति से निपटने के लिए वह पूरी तरह से तैयार है.

पीकेटी/एबीएम