झारखंड राजभवन में ‘हिमाचल प्रदेश स्थापना दिवस’ मना, राज्यपाल बोले, ‘वैश्विक मानचित्र पर ‘देवभूमि’ की पहचान’

रांची, 15 अप्रैल . झारखंड के राजभवन में मंगलवार को राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार की उपस्थिति में ‘हिमाचल प्रदेश स्थापना दिवस समारोह’ का आयोजन किया गया. इस दौरान झारखंड में रहने वाले हिमाचल प्रदेश के निवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे.

राज्यपाल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ पहल के अंतर्गत राजभवन में विभिन्न प्रदेशों का स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया जा रहा है. ऐसे आयोजन से हम आपसी समरसता, सांस्कृतिक आदान-प्रदान तथा राष्ट्रीय एकता की भावना को और सुदृढ़ करते हैं.

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश न केवल अपनी नैसर्गिक सुंदरता और आध्यात्मिक विरासत के लिए जाना जाता है, बल्कि यह राज्य वीरता, सेवा और राष्ट्रनिष्ठा की भावना से भी ओतप्रोत है.

राज्यपाल गंगवार ने कहा कि हिमाचल प्रदेश केवल ‘देवभूमि’ ही नहीं, बल्कि ऐसी भूमि है, जहां की सरल, कर्मठ और राष्ट्रनिष्ठ जनता ने भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में अनुकरणीय भूमिका निभाई है.

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तीकरण, स्वच्छता, हरित ऊर्जा और जैविक खेती जैसे क्षेत्रों में हिमाचल प्रदेश ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्राप्त की हैं. पर्यटन की दृष्टि से भी हिमाचल प्रदेश अब वैश्विक मानचित्र पर अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश को ‘हरित राज्य’ और ‘जैविक कृषि केंद्र’ के रूप में विकसित करने के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं, जो सतत विकास और पर्यावरणीय संतुलन की दिशा में एक प्रेरणादायी पहल है.

समारोह में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव नितिन कुलकर्णी ने कहा कि विभिन्न राज्यों के स्थापना दिवस मनाए जाने से राष्ट्रीय एकता, सौहार्द और साझा सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा मिलता है. उन्होंने हिमाचल प्रदेश को प्राकृतिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध बताते हुए उसे पर्यटकों के लिए एक अनुपम स्थल बताया.

एसएनसी/एबीएम