सहारनपुर, 15 अप्रैल . उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में सरकार के निर्देश पर मंगलवार से मदरसों की जांच शुरू हुई. जिले के 687 मदरसों की जांच का जिम्मा जिले और ब्लॉक के अधिकारियों को सौंपा गया है. जांच अधिकारियों को निर्धारित आठ बिंदुओं पर जांच करने और मानकों पर खरा न उतरने वाले मदरसों की रिपोर्ट 15 दिन के भीतर शासन को भेजने का निर्देश दिया गया है.
उल्लेखनीय है कि सहारनपुर जिले के 687 मदरसे सरकारी पोर्टल पर पंजीकृत हैं. अल्पसंख्यक विभाग ने ब्लॉकवार मदरसों की सूची तैयार कर ली है. इन मदरसों की जांच की जिम्मेदारी 69 जिला स्तरीय अधिकारियों को सौंपी गई है. जिन मदरसों की जांच होगी, उनमें नगर निगम सहारनपुर क्षेत्र के 128 मदरसे और नगर पालिका परिषद देवबंद क्षेत्र के 128 मदरसे शामिल हैं. बलियाखेड़ी ब्लॉक के 46 मदरसे, गंगोह के 47 और मुजफ्फराबाद ब्लॉक के 81 मदरसे हैं. इनके अलावा नानौता, रामपुर मनिहारान, नकुड़, बेहट आदि क्षेत्रों में मौजूद मदरसों की जांच की जाएगी. मदरसों की जांच 30 अप्रैल से पहले पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं.
मदरसे की मान्यता की स्थिति, सोसायटी रजिस्ट्रेशन या नवीनीकरण की स्थिति की जांच आठ बिंदुओं पर की जाएगी. इसमें पंजीकृत छात्र संख्या, निरीक्षण के समय उपस्थिति, यू-डायस नंबर, पैन नंबर, अपार आईडी अपडेट आदि बिंदु शामिल किए गए हैं.
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुमन गौतम ने बताया कि जनपद सहारनपुर में कुल 687 मदरसे हैं, जो कि मदरसा पोर्टल पर पंजीकृत हैं. उनकी रूटीन जांच समय-समय पर होती है. मदरसों के मानक और उनमें कोई कमी तो नहीं है, यह एक रूटीन जांच हो रही है. सभी अधिकारियों के सहयोग से हो रही है. सभी को दस-दस मदरसे दिए गए हैं. एक-एक फॉर्मेट दिया गया है. इसमें ब्लॉक से लेकर जिला के अधिकारी शामिल हैं क्योंकि मदरसों की संख्या बहुत है. मानकों में गलत पाए जाने पर जो भी नियमानुसार कार्रवाई होगी, 15 दिन के अंदर जांच करके आख्या दी जाएगी.
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विकेटी/एकेजे