जोधपुर, 14 अप्रैल . राजस्थान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने जोधपुर प्रवास के दौरान शहर कार्यालय में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर प्रेस वार्ता को संबोधित किया.
इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी उपस्थित रहे. राठौड़ ने डॉ. अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और वक्फ कानून को लेकर भ्रांतियों पर स्पष्टीकरण दिया.
राठौड़ ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने आमजन के हितों को ध्यान में रखकर भारतीय संविधान का निर्माण किया, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उन्हें राजनीति में आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास किया. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने दो बार डॉ. अंबेडकर को चुनाव में हराने की कोशिश की और संसद में उनकी प्रतिमा स्थापित करने में भी बाधा डाली.
राठौड़ ने कहा, “भाजपा सरकार ने ही डॉ. अंबेडकर को सही मायनों में सम्मानित किया और उनके जन्म, अध्ययन व निर्वाण स्थलों पर पंचतीर्थ का निर्माण करवाया. समाज में समरसता के लिए अंबेडकर के सिद्धांतों को अपनाने की जरूरत है.”
राठौड़ ने हाल के विवादों पर भी अपनी बात रखी. बीकानेर में डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर कालिख पोतने की घटना पर उन्होंने कहा कि पुलिस जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
वहीं, भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा के मामले में उन्होंने कहा कि गलती करने पर सजा मिलेगी और पार्टी ने उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है. इसके बाद कानून सम्मत निर्णय लिया जाएगा.
वक्फ कानून को लेकर राठौड़ ने कहा कि इसे लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं, जबकि यह कानून मुस्लिम समुदाय के हित में है. उन्होंने 2006 की सच्चर समिति की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि देश में 4.9 लाख से अधिक पंजीकृत वक्फ संपत्तियां हैं, लेकिन इनसे केवल 163 करोड़ रुपये की वार्षिक आय होती है, जो कुल संपत्ति के मूल्य का 2.7 प्रतिशत है. समिति के अनुसार, इन संपत्तियों का सही उपयोग हो तो 12,000 करोड़ रुपये की आय हो सकती है.
राठौड़ ने कहा कि केंद्र सरकार ने वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग और अतिक्रमण को रोकने के लिए यह कानून बनाया है. इसमें बनी कमेटी में दो महिलाओं को शामिल किया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि विरोध करने वाले लोग वक्फ संपत्तियों का ही दुरुपयोग कर रहे हैं. राठौड़ ने स्पष्ट किया कि वक्फ संपत्तियां वे हैं, जो बंटवारे के समय पाकिस्तान गए लोगों की भारत में छूटी संपत्तियों से बनीं, जिन्हें अल्लाह की संपत्ति माना जाता है. लेकिन, कुछ मुतवल्ली इनका दुरुपयोग कर रहे हैं, जिसे रोकने के लिए यह कानून जरूरी था.
इस दौरान केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी वक्फ कानून पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि वक्फ की संपत्ति गरीब मुस्लिमों के कल्याण के लिए थी, लेकिन मुतवल्लियों और कुछ लोगों ने इसका निजी स्वार्थ के लिए दुरुपयोग किया. इसलिए सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा. शेखावत ने कहा, “अब वक्फ की संपत्ति उसी के लिए उपयोग होगी, जिसके लिए वह दान की गई थी.”
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एकेएस/