अंबेडकर जयंती आज, जानें देश में कहां-कहां छुट्टी?

नई दिल्ली, 14 अप्रैल . आज देशभर में अंबेडकर जयंती मनाई जा रही है. भारतीय संविधान के निर्माता, समाज सुधारक और आधुनिक भारत के निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती के अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है. इस दिन को ‘समानता दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है, जो डॉ. अंबेडकर के समतामूलक समाज की सोच और उनके संघर्षों को याद करने का एक प्रतीक है.

अंबेडकर जयंती पर केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है. इसके चलते आज यानी 14 अप्रैल को अधिकांश सरकारी कार्यालय, स्कूल-कॉलेज, बैंक और सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयां बंद हैं. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में भी आज ट्रेडिंग नहीं होगी, यानी शेयर बाजार पूरी तरह से बंद रहेगा.

आरबीआई द्वारा जारी अवकाश कैलेंडर के अनुसार, देश के कई राज्यों जैसे कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात, तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम, आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा, बिहार, झारखंड, गोवा, चंडीगढ़ और उत्तराखंड में आज बैंक बंद रहेंगे. वहीं कुछ राज्यों में बैंकिंग सेवाएं सामान्य रहेंगी, जिनमें मध्य प्रदेश, नागालैंड, नई दिल्ली, छत्तीसगढ़, मेघालय और हिमाचल प्रदेश शामिल हैं. हालांकि इन राज्यों में छुट्टी न होने के बावजूद, बैंक ब्रांच पर कामकाज प्रभावित हो सकता है, इसलिए लोगों को पहले से जानकारी लेनी चाहिए.

आज के दिन सिर्फ अंबेडकर जयंती ही नहीं बल्कि कुछ राज्यों में अन्य स्थानीय पर्व भी मनाए जा रहे हैं जैसे विशु, बोहाग बिहू, तमिल नववर्ष, महा विशुव संक्रांति, चेइराओबा और बिसु महोत्सव. इन त्योहारों के चलते भी कई राज्यों में अवकाश घोषित किया गया है.

हालांकि, डिजिटल सेवाएं जैसे इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, एटीएम और व्हाट्सएप बैंकिंग पूरी तरह चालू रहेंगी. निजी व्यवसाय, खुदरा दुकानें और आवश्यक सेवाएं कुछ राज्यों में सामान्य रूप से कार्यरत रहेंगी.

अंबेडकर जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा, “सभी देशवासियों की ओर से भारत रत्न पूज्य बाबासाहेब को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन. यह उन्हीं की प्रेरणा है कि देश आज सामाजिक न्याय के सपने को साकार करने में समर्पित भाव से जुटा हुआ है. उनके सिद्धांत एवं आदर्श आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण को मजबूती और गति देने वाले हैं.”

पीएसएम/एएस