मुंबई, 12 अप्रैल . अमेरिकी टैरिफ के कारण वैश्विक अनिश्चितता के बीच आईटी सर्विस सेक्टर की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने वेतन में बढ़ोतरी को कुछ समय के लिए आगे बढ़ा दिया है. कंपनी प्रबंधन ने इंक्रीमेंट पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है.
टीसीएस आमतौर पर हर साल अप्रैल में अपने कर्मचारियों के वेतन को रिवाइज करता है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 की आखिरी तिमाही में 625 नए कर्मचारियों को जोड़ा, जिसके बाद कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या वित्त वर्ष के आखिर में 6,07,979 दर्ज की गई. पूरे वित्त वर्ष में कंपनी ने 42,000 फ्रेशर्स को काम पर रखा.
आईटी सेक्टर में अनिश्चितता के कारण अब आईटी सेक्टर की प्रमुख कंपनी वेतन रिवाइज करने का फैसला बदलते कारोबारी माहौल के आधार पर करने की योजना बना रही है.
टीसीएस के लिए चौथी तिमाही में एट्रिशन रेट पिछली तिमाही के 13 प्रतिशत से बढ़कर 13.3 प्रतिशत हो गया.
टीसीएस के चीफ ह्युमन रिसोर्सेज ऑफिसर, मिलिंद लक्कड़ के अनुसार, “हमने वित्त वर्ष 2025 में 42,000 ट्रेनी को शामिल किया है और वित्त वर्ष 2026 में यह संख्या इतनी ही या थोड़ी और अधिक होगी. वेतन वृद्धि के बारे में, हम अनिश्चित कारोबारी माहौल को देखते निर्णय लेंगे.”
लक्कड़ ने आगे कहा कि हालांकि कैंपस से नियुक्तियां कंपनी के लिए रणनीतिक बनी हुई हैं, लेकिन नई नियुक्तियां समग्र कारोबारी माहौल और कौशल आवश्यकताओं पर निर्भर करेंगी.
टीसीएस पुरानी और नई टेक्नोलॉजी स्किल के लिए प्रतिभाओं को नियुक्त करने पर भी विचार कर रही है और विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों, यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय स्तर से प्रतिभाओं की खोज करने की योजना बना रही है.
लक्कड़ ने यह भी कहा कि कंपनी को नहीं लगता कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से नियुक्तियों पर कोई असर पड़ेगा, क्योंकि नए अवसरों को लाने वाले व्यावसायिक कार्यक्रमों के लिए एआई के साथ अधिक लोगों की आवश्यकता होगी.
वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में टीसीएस ने अपने वर्कफोर्स में 5,370 कर्मचारियों की कमी की सूचना दी. वित्त वर्ष 2024 में कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या में गिरावट आई थी, जो कि 2004 में कंपनी के लिस्टेड होने के बाद से पहली ऐसी गिरावट थी. इसके विपरीत, टीसीएस ने वित्त वर्ष 2023 में 22,600 और वित्त वर्ष 2022 में 1.03 लाख से अधिक कर्मचारियों को जोड़ा था.
चौथी तिमाही के लिए आईटी प्रमुख का कंसोलिडेटेड शुद्ध लाभ सालाना आधार पर लगभग 2 प्रतिशत गिरकर 12,293 करोड़ रुपये हो गया. पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी ने 12,502 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया था.
हालांकि, परिचालन से राजस्व मार्च 2025 को समाप्त तिमाही के लिए 5.3 प्रतिशत बढ़कर 64,479 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले 61,237 करोड़ रुपये था.
–
एसकेटी/