जम्मू, 11 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने घाटी में व्हाइट कॉलर आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने वाले दो सरकारी कर्मचारियों को बर्खास्त किया है. इस पर शुक्रवार को कांग्रेस विधायक तारिक हमीद कर्रा ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
विधायक तारिक हमीद कर्रा ने कहा, “आतंकवाद के खिलाफ कोई भी कार्रवाई, चाहे वो सामने से हो या अंडरग्राउंड, स्वागत योग्य कदम है. हालांकि इसमें यह देखा जाना चाहिए कि कार्रवाई में कोई निर्दोष न फंसे. एकतरफा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए. सभी को अपनी सफाई को पेश करने का मौका दिया जाना चाहिए.”
उन्होंने कहा कि “आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई स्वागत योग्य कदम है. लेकिन एक बैलेंस तरीके से सभी को एक मौका दिया जाना चाहिए, ताकि वो अपना पक्ष रख सके.”
बता दें उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादी संगठन से संलिप्तता पाए जाने पर दो सरकारी कर्मचारियों को गुरुवार को बर्खास्त कर दिया. कर्मचारियों पर प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के साथ काम करने का आरोप था. इसके अलावा आतंकवादियों को भोजन पहुंचाने का आरोप भी है. आतंकवाद के खिलाफ प्रशासन के सख्त रुख को दर्शाते हुए मनोज सिन्हा ने यह कार्रवाई की है.
सरकारी कर्मचारियों पर यह कार्रवाई संविधान के अनुच्छेद 311(2)(सी) के तहत की गई, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में विभागीय जांच के बिना बर्खास्तगी की अनुमति देता है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लोक निर्माण विभाग में वरिष्ठ सहायक इश्तियाक अहमद मलिक और जम्मू-कश्मीर पुलिस में सहायक वायरलेस ऑपरेटर बशारत अहमद मीर पर यह कार्रवाई हुई है. अधिकारियों ने बताया है कि दोनों कर्मचारियों की आतंकी नेटवर्क से संबंध थी और वे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ‘गंभीर खतरा’ थे.
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एससीएच/