हैदराबाद, 11 अप्रैल . आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में प्रसिद्ध सालेश्वरम जात्रा शुक्रवार को शुरू हो गई. यह धार्मिक उत्सव 13 अप्रैल तक चलेगा. मंदिर प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे नियमों का पालन करें और सहयोग करें. यह आयोजन जंगल क्षेत्र में होने के कारण कई सावधानियां बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से कहा है कि वे जंगल में प्लास्टिक कवर, पानी की बोतलें या अन्य प्लास्टिक के सामान न ले जाएं. पर्यावरण की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है. इसके अलावा, जंगल में अकेले यात्रा करने से बचने की सलाह दी गई है. शराब पीने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. धूम्रपान करने वालों को भी सावधानी बरतने को कहा गया है, क्योंकि गर्मी के मौसम में जंगल में आग लगने का खतरा है, इसीलिए माचिस या आग जलाने वाली चीजें ले जाने पर भी पाबंदी है.
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई इंतजाम किए हैं. कुर्वा और मोकाल्ला कुर्वा में स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं, ताकि आपात स्थिति में मदद मिल सके. गर्मी को देखते हुए लोगों को सुबह के समय दर्शन करने की सलाह दी गई है, जब मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहता है.
वन अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जो लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि जंगल और पर्यावरण की सुरक्षा के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा भी उनकी प्राथमिकता है.
सालेश्वरम जात्रा में हर साल हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं. इसे ‘दक्षिण की अमरनाथ यात्रा’ भी कहा जाता है. यह उत्सव आंध्र और तेलंगाना के लोगों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से खास है. प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि सभी जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के दर्शन कर सकें.
स्थानीय लोगों ने भी इस आयोजन की तैयारियों की सराहना की है और नियमों का पालन करने का वादा किया है. यह उत्सव श्रद्धा और अनुशासन के साथ मनाया जाएगा.
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एसएचके/एकेजे