एनएसई से बीते छह महीनों में जुड़े 2 करोड़ से अधिक नए निवेशक

नई दिल्ली, 11 अप्रैल . नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर कुल निवेशक खातों की संख्या बढ़कर 22 करोड़ से अधिक हो गई है. इसमें बीते छह महीने में 2 करोड़ से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. यह जानकारी एक्सचेंज द्वारा शुक्रवार को दी गई.

31 मार्च 2025 तक एनएसई पर यूनिक रजिस्टर्ड इन्वेस्टर्स की संख्या 11.3 करोड़ हो गई है. यह आंकड़ा 20 जनवरी, 2025 को 11 करोड़ पर था.

महाराष्ट्र में निवेशक खातों की संख्या सबसे अधिक 3.8 करोड़ है, जिसके बाद उत्तर प्रदेश (2.4 करोड़), गुजरात (1.9 करोड़), राजस्थान और पश्चिम बंगाल (प्रत्येक में लगभग 1.3 करोड़) का स्थान है.

इन राज्यों का संयुक्त योगदान कुल खातों में लगभग 49 प्रतिशत है, जबकि शीर्ष 10 राज्यों का योगदान कुल खातों में लगभग तीन-चौथाई है.

बेंचमार्क निफ्टी 50 सूचकांक ने पिछले पांच वर्षों में 22 प्रतिशत का मजबूत वार्षिक रिटर्न दिया है, जबकि निफ्टी 500 सूचकांक ने 25 प्रतिशत का वार्षिक रिटर्न दिया है.

एनएसई का इन्वेस्टर्स प्रोटेक्शन फंड (आईपीएफ) 31 मार्च, 2025 तक सालाना आधार पर 23 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 2,459 करोड़ रुपये हो गया है.

एनएसई के चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर श्रीराम कृष्णन ने कहा, “भारत का निवेशक आधार तेजी से बढ़ रहा है, केवल छह महीनों में 2 करोड़ से अधिक नए खाते जोड़े गए हैं जो वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद भारत के विकास पथ में निवेशकों के मजबूत विश्वास को स्पष्ट रूप से दर्शाता है.”

यह उछाल तेज डिजिटल ट्रांजफॉरमेशन और मोबाइल ट्रेडिंग के बढ़ते चलन के कारण है, जिससे टियर 2, 3 और 4 शहरों में निवेशकों के लिए पूंजी बाजार अधिक आसान हो गया है.

एनएसई द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, एनएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण वित्त वर्ष 2025 (31 मार्च तक) में 410.87 लाख करोड़ रुपये (4.81 ट्रिलियन डॉलर) तक पहुंच गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 384.2 लाख करोड़ रुपये (4.61 ट्रिलियन डॉलर) था. यह सालाना आधार पर 6.94 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है.

31 मार्च, 2025 तक एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों की कुल संख्या 2,720 थी.

एबीएस/