पटना, 10 अप्रैल . वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 के संसद से पारित होने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सुप्रीमो ममता बनर्जी लगातार इसका विरोध कर रही हैं. उन्होंने राज्य में इसके संशोधनों को लागू न करने की भी घोषणा की है. भाजपा सांसद धर्मशिला गुप्ता ने गुरुवार को उन्हें “विकास का अवरोधक” बताया.
धर्मशिला गुप्ता ने समाचार एजेंसी से कहा, “ममता बनर्जी विकास की अवरोधक हैं. वक्फ संशोधन विधेयक जनहित का एक बहुत बड़ा मुद्दा था. हमारे मुस्लिम भाई-बहन जो अंतिम और शोषित समाज से आते थे, उन्हें उनका अधिकार नहीं मिलता था. पीएम मोदी विपक्षी और मुस्लिम समाज समेत सभी से विचार-विमर्श करके यह विधेयक लाए. इसके बाद भारी मतों से इसे लोकसभा और राज्यसभा से भी पास करा लिया गया. ऐसे में यह राष्ट्रहित और मुस्लिम भाई-बहनों के विकास और उत्थान की बात है.”
उन्होंने आगे कहा कि पहले भू-माफिया वक्फ की जमीनों पर राज करते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. पीएम मोदी का मिशन ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास’ है. वक्फ संशोधन विधेयक सभी को समान अधिकार देगा. ममता बनर्जी को अपने अल्पसंख्यक वोटबैंक के लिए ऐसे नहीं छटपटाना चाहिए. वह मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं. देश देख रहा है कि मुट्ठी भर वोट के लिए वह वक्फ कानून का विरोध कर रही हैं. उन्हें देश-दुनिया नहीं बल्कि सिर्फ अपना सत्ता सुख दिख रहा है, इसके कारण वह इस कानून का विरोध कर रही हैं. लेकिन यह विधेयक पास हो गया है और देश भर में कानून लागू होगा. ममता बनर्जी अब कुछ नहीं कर सकेंगी.
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून को लेकर जारी विरोध-प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के मुस्लिम समुदाय को आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उनकी संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.
ममता ने अपने संबोधन में कहा, “हम बंगाल में वक्फ विधेयक लागू नहीं होने देंगे. मेरी सरकार धार्मिक आधार पर बंगाल का विभाजन नहीं होने देगी. मैं जानती हूं कि वक्फ अधिनियम के लागू होने से आप दुखी हैं, मगर भरोसा रखें, बंगाल में ऐसा कुछ नहीं होगा. बंगाल में ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति नहीं चलेगी. आपको ‘जियो और जीने दो’ का संदेश देना चाहिए. बंगाल में रहने वालों को सुरक्षा देना हमारा काम है.”
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एससीएच/एकेजे