बिहार : अधिवेशन से लौटे कांग्रेस नेताओं ने कहा, संगठन को मजबूत करने का मिला निर्देश

पटना, 10 अप्रैल . गुजरात के अहमदाबाद में कांग्रेस के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन की समाप्ति हो चुकी है. बिहार कांग्रेस के दिग्गज नेता भी भी इस अधिवेशन में शामिल हुए. बिहार आने के बाद गुरुवार को उन्होंने पार्टी के गुजरात अधिवेशन में बनी रणनीति पर अपनी प्रतिक्रिया दी.

बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने मीडिया को बताया, “कांग्रेस के गुजरात अधिवेशन में पूरे देश में सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने पर सहमति बनी. सामाजिक न्याय में जो हिस्सेदारियां हैं, वो सभी को समान रूप से मिलेंगी. सबसे महत्वपूर्ण बात राहुल गांधी ने बताया कि वो कांग्रेस के जिला अध्यक्षों को सशक्त बनाने जा रहे हैं और न्याय के पथ पर चलकर हम संघर्ष करेंगे.”

कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान ने बताया, “पार्टी के जितने भी वरिष्ठ हैं, नेता या कार्यकर्ता हैं, सभी अपने-अपने इलाके में जाकर काम करें और जन अभियान को चलाएं. वो लोगों के बीच जाकर उनका दर्द बांटें और सही मायने में आने वाले चुनाव की तैयारी करें. किसी को भी पटना घूमने की अभी आवश्यकता नहीं है, सभी अपने-अपने क्षेत्र में जाएं. साफ तौर पर ऐसा निर्देश दिया गया है.”

कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने बताया, “हम सभी को लक्ष्य मिला है कि कांग्रेस के संगठन को मजबूत करें और सभी जातियों को साथ में लेकर चलें. हम देश को आगे बढ़ाने का काम करेंगे.”

बता दें कि कांग्रेस का दो दिवसीय अधिवेशन गुजरात में संपन्न हुआ. इस अधिवेशन में देश के कोने-कोने से पार्टी नेता शामिल होने पहुंचे. इसमें सोनिया गांधी, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हुए. अधिवेशन में पार्टी की आगे की रणनीतियों पर चर्चा हुई. वहीं इसके साथ कांग्रेस नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार और उनकी नीतियों पर भी हमला बोला.

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सरकार पिछले 11 सालों से सत्ता में है, लेकिन दुर्भाग्य देखिए कि विपक्ष के किसी भी नेता को सदन में अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जाता है.

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