देहरादून, 8 अप्रैल . उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से शुरू होने जा रही है. इसकी तैयारियों में प्रशासन जोरशोर से जुटा है. हर साल की तरह इस बार भी बाबा केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. हालांकि, यात्रा शुरू होने से पहले ही साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं. इस बार साइबर पुलिस और उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने इनसे निपटने के लिए कमर कस ली है.
यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं 2 मई से शुरू होंगी, जब धाम के कपाट खुलेंगे. इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग प्रक्रिया 8 अप्रैल से शुरू हो रही है. यूकाडा और भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. हेली सेवाओं की बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी की वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in पर जाना होगा.
गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा से शुरू होने वाली सेवाएं श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन का विकल्प होंगी. यूकाडा के अधिकारी ने बताया कि इस बार सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जाएगी ताकि फर्जीवाड़े को रोका जा सके. पिछले साल भी साइबर ठगों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी.
हर साल केदारनाथ और हेमकुंड साहिब के लिए हेली सेवाओं का संचालन होता है, लेकिन फर्जी वेबसाइट्स और स्कैमर्स यात्रियों को ठगने में जुट जाते हैं. इसे रोकने के लिए उत्तराखंड साइबर सेल ने प्राथमिकता के आधार पर कई कदम उठाए हैं.
वहीं, साइबर पुलिस ने अपील की है कि यात्री केवल उत्तराखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के जरिए ही बुकिंग करें. पिछले साल चारधाम यात्रा के नाम पर ठगी करने वाली 80 फर्जी वेबसाइट्स को बंद किया गया था और 30 से अधिक फेक फेसबुक विज्ञापनों को हटाया गया था. इसके अलावा, 50 से ज्यादा बैंक खातों को फ्रीज किया गया था. साइबर पुलिस ने कई ठगों को गिरफ्तार भी किया है, जिनके पास से मोबाइल फोन और लैपटॉप बरामद हुए.
पुलिस ने यात्रियों से आग्रह किया है कि ऑनलाइन आधार कार्ड या पैन कार्ड जैसी संवेदनशील जानकारी किसी के साथ शेयर न करें. प्रशासन और पुलिस की सतर्कता से उम्मीद है कि इस बार यात्रा सुचारु और सुरक्षित रहेगी. पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि टिकट बुकिंग से पहले वेबसाइट की प्रामाणिकता जांच लें और किसी भी संदेह की स्थिति में तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें.
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एकेएस/एबीएम