वक्फ कानून पर सदन में होनी चाहिए चर्चा, हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार : निजामुद्दीन भट

जम्मू, 8 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर विधानसभा में सोमवार को वक्फ कानून पर हुए हंगामे को लेकर राजनीति तेज हो गई है. इस मुद्दे पर अब कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि हम तो चाहते हैं कि वक्फ कानून पर सदन में चर्चा हो.

कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट ने से खास बातचीत में कहा, “वक्फ कानून को लेकर चर्चा होनी चाहिए. सोमवार को जिस तरह से जम्मू कश्मीर विधानसभा में स्थिति उत्पन्न हुई है, ऐसा नहीं होना चाहिए था. हर किसी को अपनी बात कहने का अधिकार है और जब ऐसा करने का मौका नहीं दिया जाता है, तो अक्सर यह बात मुखर हो जाती है, लेकिन एक बात जो हमें बेहद दुखी करती है, वह है कि आखिर में जो नारेबाजी हुई है, वह अनुचित थी. नारे विभाजनकारी थे, धार्मिक और क्षेत्रीय रंग के थे और हमें इसका अफसोस है. ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए. स्पीकर साहब से यही अपील होगी कि वह इस मुद्दे पर हर किसी को अपनी बात रखने का मौका दें. साथ ही भाजपा विधायकों को चर्चा सुननी चाहिए और उसके बाद भी उन्हें अपना जवाब देना चाहिए.”

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर दौरे पर निजामुद्दीन भट ने कहा, “अच्छी बात है कि देश के गृह मंत्री अमित शाह ने उन शहीद परिवारों से मुलाकात की है. हम उम्मीद करते हैं कि देश के गृह मंत्री जल्द जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस देंगे.”

इससे पहले कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट ने सोमवार को से खास बातचीत में कहा था, “वक्फ कानून को लेकर लोगों में नाराजगी है और जिनके बारे में ये कानून है, उनमें से एक भी व्यक्ति खुश नहीं है. इसी कारण मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया है. मुझे लगता है कि इस पर बात होनी चाहिए.”

वक्फ कानून के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा स्थगन प्रस्ताव लाए जाने के मुद्दे को लेकर सोमवार को जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा था.

एफएम/एबीएम