जम्मू, 7 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर विधानसभा में ‘वक्फ कानून’ के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा स्थगन प्रस्ताव लाए जाने के मुद्दे को लेकर सोमवार को जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. हालांकि, इस मुद्दे को लेकर नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने विधानसभा अध्यक्ष पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि वक्फ कानून को लेकर विधानसभा में चर्चा कैसे हो सकती है. स्पीकर और नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों के बीच मैच फिक्स था.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुनील शर्मा ने से बातचीत में कहा, “स्पीकर साहब को पहले ही साफ करना चाहिए था कि स्थगन प्रस्ताव को नहीं लाया जा सकता है, क्योंकि जिस बिल को संसद में पास किया गया हो और बाद में राष्ट्रपति ने उसे मंजूरी दी हो, उसके बारे में विधानसभा में चर्चा कैसे हो सकती है. स्पीकर और नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायकों के बीच मैच फिक्स था. वे भी जानते हैं कि इस कानून पर कोई चर्चा नहीं हो सकती है.”
इससे पहले सुनील शर्मा ने से बातचीत में कहा था, “मेरे विचार से नेशनल कॉन्फ्रेंस स्थगन प्रस्ताव लाने की योजना बनाकर एक बहुत ही असंवैधानिक कार्य कर रही है. विचाराधीन विधेयक पहले ही संसद द्वारा पारित किया जा चुका है और राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित किया जा चुका है. जहां तक हम समझते हैं, यह मामला अब न्यायपालिका के अधिकार क्षेत्र में है. हमारी विधानसभा के पास इस विधेयक पर चर्चा या बहस करने का अधिकार नहीं है. ऐसा करना असंवैधानिक माना जाएगा. मैं इतना ही कहूंगा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को ऐसी चीजों से बचना चाहिए, क्योंकि वे सरकार में हैं. ऐसे प्रस्ताव लाकर वे अपनी नासमझी का सबूत न पेश करें.”
वहीं, कांग्रेस विधायक निजामुद्दीन भट्ट ने से कहा, “वक्फ कानून को लेकर लोगों में नाराजगी है और जिनके बारे में ये कानून है, उनमें से एक भी व्यक्ति खुश नहीं है. इसलिए अब मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया है. मुझे लगता है कि इस पर बात होनी चाहिए.”
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एफएम/केआर