रांची, 27 मार्च . झारखंड में गुरुवार को एंटी करप्शन ब्यूरो की अलग-अलग टीमों की कार्रवाई में दो सरकारी कर्मचारियों को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. लोहरदगा जिले में रजिस्ट्री ऑफिस के कंप्यूटर क्लर्क दिलीप कुमार को एक रैयत से पांच हजार रुपए लेते हुए दबोचा गया, जबकि चतरा जिले के इटखोरी प्रखंड में रोजगार सेवक उमेश कुमार को भी एक ग्रामीण से इतनी ही रकम बतौर रिश्वत लेते पकड़ा गया.
प्रदेश में एक महीने के दौरान राज्य और केंद्र की जांच एजेंसियों की कार्रवाई में सात लोग घूसखोरी के आरोप में पकड़े गए हैं.
लोहरदगा की घटना के बारे में बताया गया कि बगड़ू थाना क्षेत्र निवासी आलिमउद्दीन ने एसीबी को शिकायत की थी कि जमीन का पट्टा निकलवाने के एवज में रजिस्ट्री ऑफिस के कंप्यूटर क्लर्क दिलीप कुमार ने उससे रिश्वत मांगी थी. रिश्वत न देने पर उसने काम करने से इनकार कर दिया.
एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने केस का सत्यापन करने के बाद गुरुवार को उसके ट्रैप के लिए जाल बिछाया. शिकायतकर्ता ने जैसे ही उसे रजिस्ट्री ऑफिस पहुंचकर रिश्वत की रकम दी, एसीबी के दस्ते ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
इसी तरह चतरा जिले के इटखोरी की नवादा और धनखेरी पंचायत के रोजगार सेवक उमेश कुमार ने गांव के एक व्यक्ति विनोद सिंह से मनरेगा योजना के तहत मेढ़बंदी कार्य के एवज में भुगतान की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए 26 हजार रुपए की मांग की. विनोद सिंह ने इसकी शिकायत हजारीबाग एसीबी के पुलिस अधीक्षक से की.
एसीबी की योजना के अनुसार, रिश्वत की पहली किस्त के रूप में विनोद सिंह ने पांच हजार रुपए देने पर सहमति जताई. इटखोरी बाजार स्थित एक दुकान में इस रकम की लेनदेन की बात तय हुई.
योजना के अनुसार, एसीबी की टीम ने रोजगार सेवक को मौके पर गिरफ्तार कर लिया.
इसके पहले 19 मार्च को सीबीआई ने रांची में इंडियन डिफेंस सर्विस और इंजीनियरिंग के गैरिसन इंजीनियर साहिल रतुसरिया को एक कांट्रैक्टर से 40,500 रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. बाद में उसके घर पर छापेमारी में 80 लाख रुपए नगद, 50 लाख रुपए के जेवरात और शेयर बाजार में दो करोड़ से अधिक के निवेश के कागजात बरामद किए गए थे. इसी मामले में ऑफिस के कैशियर फिलिप जाल्को को भी एजेंसी ने गिरफ्तार किया था.
18 मार्च को रांची जिले के तमाड़ प्रखंड में एसीबी की टीम ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अभिजीत चैल को एक पीडीएस डीलर से 10 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था.
इससे पहले 28 फरवरी को रांची के कोतवाली थाने में पदस्थापित दारोगा ऋषिकांत को थाना परिसर में एक व्यक्ति से उसका मोबाइल रिलीज करने के बदले पांच हजार रुपए लेते हुए पकड़ा गया था.
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एसएनसी/एबीएम