वीएचपी के पूरे देश में ‘श्रीराम महोत्सव’ मनाने का ऐलान पर शहाबुद्दीन रजवी ने कहा, ‘सरकार रखे नजर’

बरेली, 27 मार्च . विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने 30 मार्च से रामनवमी और हनुमान जयंती सहित अपने राष्ट्रव्यापी समारोह ‘श्रीराम महोत्सव’ मनाने का ऐलान किया है. इस ऐलान के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी की प्रतिक्रिया आई है.

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने गुरुवार को वीडियो बयान में कहा कि हमें संविधान ने इस बात की इजाजत दी है कि कानून के दायरे में रहकर कोई भी संगठन या कोई भी व्यक्ति जलसा, जुलूस, जागरण आदि कर सकता है.

मौलाना ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद ने पूरे भारत में श्रीराम महोत्सव मनाने की घोषणा की है. चाहे विश्व हिंदू परिषद हो या कोई मुस्लिम संगठन, संविधान ने सभी को आजादी दी है. लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि सभी कार्यक्रम कानून के दायरे में हों और हिंदू-मुस्लिम टकराव वाले न हों.”

उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिन पहले नागपुर में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के जुलूस निकालने पर, पुतला जलाने पर फसाद हो गया था. इस हिंसा में लोगों का बहुत नुकसान हुआ. ऐसे कार्यक्रम नहीं होने चाहिए जो हिंसात्मक हों. इस तरह के कार्यक्रम पर सरकार नजर रखे और इजाजत न दे.

बता दें कि वीएचपी ने रामनवमी और हनुमान जयंती सहित अपने राष्ट्रव्यापी समारोह ‘श्रीराम महोत्सव’ मनाने की घोषणा की है. राष्ट्रव्यापी समारोह ‘श्रीराम महोत्सव’ 30 मार्च 2025 से शुरू होगा और पूरे 15 दिनों के दौरान देश भर में सैकड़ों स्थानों पर श्रीराम महोत्सव के दौरान जुलूस और धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.

वीएचपी प्रवक्ता विनोद बंसल ने बुधवार शाम को एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, “विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के द्वारा रामनवमी व हनुमान जन्मोत्सव के अतिरिक्त श्रीराम महोत्सव के पूरे 15 दिनों में देश भर में सैकड़ों स्थानों पर शोभायात्राएं और धार्मिक, सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. स्थानीय कार्यकर्ता अपने-अपने स्थानों पर वहां की लोक परंपराओं के अनुसार ये कार्यक्रम पूरी भव्यता व दिव्यता से आयोजित करेंगे. श्रीराम महोत्सव के कार्यक्रम विक्रमी संवत् 2082 की प्रतिपदा अर्थात चैत्र मास के प्रथम दिवस, 30 मार्च 2025 से प्रारंभ होंगे.”

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