हरियाणा : लाखों का पैकेज छोड़ शुरू की मशरूम की ऑर्गेनिक खेती, करोड़ों के टर्नओवर की तैयारी में युवा किसान

चरखी दादरी, 26 मार्च . कोई भी काम बड़ा या छोटा नहीं होता. यह कहावत हरियाणा के चरखी दादरी के मिर्च गांव के एक निवासी पर बिल्कुल सटीक बैठती है. उन्होंने एक निजी संस्थान में अध्यापक के तौर पर लाखों रुपये के पैकेज को छोड़कर मशरूम की ऑर्गेनिक खेती शुरू की और आज लाखों का मुनाफा कमा रहे हैं.

किसान प्रवीण सांगवान ने समाचार एजेंसी को बताया कि उनकी योजना विदेशों में निर्यात करके टर्नओवर करोड़ों रुपये करने की है. उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं और सब्सिडी से भी काफी मदद मिली है. वह दूसरे किसानों को भी सब्सिडी का लाभ लेकर ऑर्गेनिक खेती करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

प्रवीण ने बीएड और जेबीटी करके शिक्षा क्षेत्र में अपना नाम कमाया. उनके पढ़ाए सैंकड़ों विद्यार्थी आज सरकारी नौकरी में अच्छे पदों पर भी हैं. कई बार एचटेट और सीटेट सहित अनेक प्रतियोगी परीक्षाएं पास करने के बाद भी सरकारी नौकरी नहीं की. अपना व्यवसाय शुरू करने की इच्छा के चलते उन्होंने गुरुग्राम के निजी स्कूल में करीब 10 लाख रुपये का पैकेज छोड़कर मशरूम की खेती में अपनी किस्मत आजमाई और काफी सफल रहे.

उन्होंने पहले करनाल के अनुसंधान केंद्र में ट्रेनिंग लेकर मशरूम की खेती सीखी. अब अपनी लगन और मेहनत से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. वह न सिर्फ मशरूम के काम से सालाना लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं, बल्कि बेरोजगारों को प्रशिक्षित कर उन्हें रोजगार से भी जोड़ रहे हैं.

प्रवीण सांगवान ने बताया, “किसान परंपरागत खेती छोड़कर ऑर्गेनिक खेती के माध्यम से आज लाखों रुपये कमा सकते हैं. मशरूम की खेती के साथ-साथ मशरूम का अचार और सूप बनाकर इसे बेचकर अपनी आय और बढ़ाना चाहता हूं. अभी 30/60 के शेड में मशरूम की खेती की शुरुआत की है, जिसमें लाखों का मुनाफा हो रहा है. अब शेड की संख्या बढ़ाकर बड़े स्तर पर ऑर्गेनिक खेती करते हुए अपने माल को विदेशों में बेचकर करोड़ों का टर्नओवर करना चाहता हूं.”

उन्होंने बताया कि आसपास के दूसरे किसानों को सरकार की सब्सिडी और योजनाओं के बारे में जागरूक कर रहे हैं, जिससे वे भी ऑर्गेनिक खेती करके मुनाफा कमा सकें.

एससीएच/एकेजे