नए कप्तान ऋषभ पंत की अगुवाई में दमदार चुनौती पेश करेंगे लखनऊ सुपरजायंट्स

लखनऊ, 21 मार्च . आईपीएल 2025 का सीजन शनिवार से शुरू होगा. इस बार लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) अपने नए कप्तान ऋषभ पंत की अगुवाई में अपना पहला खिताब जीतने उतरेगी. पिछले सीजन में खराब प्रदर्शन और सातवें स्थान पर रहने के बाद, टीम ने आईपीएल की नीलामी में अपनी रणनीति बदल दी. एलएसजी ने पंत को 27 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड रकम में साइन किया, जिससे वह आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी बने. पंत की अगुआई में टीम को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है, और उनके नेतृत्व में अब तक की सबसे मजबूत टीम एलएसजी अपनी पहले खिताब की तलाश में है.

लखनऊ सुपर जायंट्स ने 2022 में अपने आईपीएल सफर की शुरुआत की थी. पहले ही सीजन में, टीम ने प्लेऑफ में प्रवेश किया, और अगले साल भी अपनी उम्मीदों को कायम रखा. हालांकि, 2024 सीजन में टीम ने सातवें स्थान पर खत्म किया, जिससे उनकी प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें धूमिल हो गईं. इस बार एलएसजी ने अपनी रणनीति में बदलाव किया है, जिसमें उन्होंने अपने पुराने कप्तान केएल राहुल को रिलीज कर दिया और ऋषभ पंत को टीम का कप्तान नियुक्त किया. पंत की कप्तानी में एलएसजी एक नई शुरुआत की ओर बढ़ रही है. उनका पहला मुकाबला 24 मार्च को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ विशाखापत्तनम में होगा, और इस सीजन से टीम के लिए उम्मीदें बहुत अधिक हैं.

टीम में पंत के अलावा, निकोलस पूरन, डेविड मिलर, मिशेल मार्श, एडेन मार्करम और शमर जोसेफ जैसे खिलाड़ी शामिल हैं. एलएसजी ने कुल 19 खिलाड़ियों को नीलामी में खरीदा, जिनमें 6 विदेशी खिलाड़ी हैं. इसके अलावा, जस्टिन लैंगर की कोचिंग में टीम अपनी रणनीति को सही दिशा देने के लिए तैयार है. एलएसजी की टीम में अनुभव और युवा खिलाड़ियों का बेहतरीन मिश्रण है, जिससे उसके खिताब जीतने की उम्मीदें बढ़ जाती हैं.

ताकत की बात करें तो लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम की सबसे बड़ी ताकत उनके बल्लेबाज हैं. पंत, पूरन, मिलर, और मार्करम जैसे विस्फोटक बल्लेबाजों के साथ उनका शीर्ष और मध्यक्रम काफी मजबूत है. विशेष रूप से, पंत को लेकर टीम की उम्मीदें काफी अधिक हैं, क्योंकि वह न केवल विकेटकीपर हैं, बल्कि एक विस्फोटक बल्लेबाज भी हैं. इन बल्लेबाजों के साथ, टीम के पास अब बेहतरीन फिनिशर भी हैं, जैसे डेविड मिलर और निकोलस पूरन, जो आखिरी ओवरों में तेजी से रन बना सकते हैं और टीम को मैच जिताने में मदद कर सकते हैं. एलएसजी के बैटिंग आक्रमण में हर स्थिति के लिए खिलाड़ी हैं, जो किसी भी टीम के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकते हैं.

गेंदबाजी विभाग में भी एलएसजी की टीम मजबूत दिखती है. मयंक यादव, आवेश खान, मोहसिन खान जैसे तेज गेंदबाजों के साथ-साथ रवि बिश्नोई की लेग स्पिन टीम के लिए अहम होंगे. बिश्नोई पहले से ही एक प्रमुख गेंदबाज बन चुके हैं और उनकी गेंदबाजी में स्मार्टनेस और विकेट लेने की आदत टीम को महत्वपूर्ण दबाव बनाए रखने में मदद करेगी. इसके अलावा, शाहबाज अहमद, एम सिद्धार्थ जैसे स्पिनर भी टीम को बीच ओवरों में मजबूती सकते हैं. टीम की गेंदबाजी में पर्याप्त विविधता है, जो किसी भी विपक्षी बल्लेबाजी आक्रमण को नष्ट करने में सक्षम है.

एलएसजी की टीम में कुछ कमजोरियां भी हैं. सबसे बड़ी कमजोरी उनकी स्पिन विभाग में दिखती है. रवि बिश्नोई के अलावा टीम में कोई और स्पिनर नजर नहीं आता जो बिश्नोई का साथ दे सके. बिश्नोई पिछले सीजन में प्रभावी नहीं रह पाए थे और 8.77 की औसत से रन लुटाए थे. इसके अलावा, एलएसजी के पास अच्छे ऑलराउंडर्स की कमी भी है. पिछले सीजन में मार्कस स्टोइनिस जैसे शानदार ऑलराउंडर थे, लेकिन इस सीजन में टीम में 6 ऑलराउंडर्स हैं, जिनमें से केवल मिशेल मार्श विश्वस्तरीय खिलाड़ी हैं, और वह भी इस समय चोट से जूझ रहे हैं. इससे टीम की चिंता बढ़ सकती है, क्योंकि अच्छी ऑलराउंड क्षमता के बिना टीम को कहीं न कहीं नुकसान हो सकता है.

टीम की दूसरी कमजोरी पावरप्ले के दौरान रन बनाने में मुश्किलों को लेकर है. पिछले सीजन में, एलएसजी पावरप्ले में सबसे कम स्ट्राइक रेट से रन बनाने वाली टीम थी, और इस बार भी यह समस्या बनी रह सकती है, खासकर जब मार्श और मार्करम जैसे खिलाड़ी आउट ऑफ फॉर्म हो. इस बीच, मोहसिन और मयंक जैसे तेज गेंदबाज भी फिटनेस की समस्या से जूझ रहे हैं, जो टीम के लिए एक और चिंता का कारण हो सकता है. इसके अलावा, नई सलामी जोड़ी का गठन भी एक चुनौती हो सकता है, क्योंकि मार्श को पिछले सीजन में सलामी बल्लेबाज के रूप में कुछ मौके मिले थे, लेकिन वह उसमें सफल नहीं हो पाए थे.

लखनऊ सुपर जायंट्स के पास एक मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप है, और आयुष बदौनी जैसे युवा खिलाड़ी को फिनिशर के रूप में सुधार करने का मौका मिल सकता है. इसके अलावा, टीम के तेज गेंदबाजों की वापसी से, जो अपनी चोटों से उबर रहे हैं, टीम को मजबूती मिल सकती है, बशर्ते वे फिट रहें.

हालांकि, पावरप्ले के दौरान रन बनाने में मुश्किलें और चोटों के कारण तेज गेंदबाजों की अनुपस्थिति टीम के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकती है. मयंक, मोहसिन और आवेश जैसे प्रमुख तेज गेंदबाज अभी तक अपनी फिटनेस को लेकर अनिश्चित हैं, और अगर वे जल्दी फिट नहीं हो पाते, तो टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा, टीम में ऑलराउंडर्स की कमी भी एक बड़ी चिंता हो सकती है, जो किसी भी टीम के लिए गेम चेंजर साबित हो सकते हैं.

एलएसजी की टीम:

बल्लेबाज: ऋषभ पंत (विकेटकीपर), डेविड मिलर, एडेन मार्करम, मैथ्यू ब्रीट्जके (विकेटकीपर), अब्दुल समद, आर्यन जुयाल (विकेटकीपर), हिम्मत सिंह, और निकोलस पूरन (विकेटकीपर).

ऑलराउंडर: मिचेल मार्श, दिग्वेश सिंह, युवराज चौधरी, अर्शिन चौधरी, आरएस हंगरगेकर, और आयुष बदौनी .

गेंदबाज: आवेश खान, आकाश दीप, एम सिद्धार्थ, शाहबाज अहमद, मयंक यादव, आकाश सिंह, मोहसिन खान, शमर जोसेफ, प्रिंस यादव, और रवि बिश्नोई.

एलएसजी की टीम में कुल 24 खिलाड़ी हैं, जिनमें 18 भारतीय और 6 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं.

पीएसएम/आरआर