शशि थरूर का बयान पीएम मोदी की वैश्विक कूटनीति की स्वाभाविक और सहज अभिव्यक्ति : सुधांशु त्रिवेदी

नई दिल्ली, 19 मार्च . कांग्रेस नेता शशि थरूर ने मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित रायसीना डायलॉग में स्वीकार किया कि रूस-यूक्रेन युद्ध पर भारत की स्थिति की आलोचना करना उनके लिए गलत साबित हुआ.

थरूर ने कहा कि भारत ने इस मामले में जो मजबूत और संतुलित नीति अपनाई है, वह उसे एक महत्वपूर्ण वैश्विक भूमिका में ला खड़ा करती है, जिससे भारत स्थायी शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है.

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ऐसे नेता हैं, जो यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोनों को गले लगा सकते हैं.”

कांग्रेस नेता शशि थरूर के इस बयान प्रतिकिया देते हुए भाजपा के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जो कहा है, वह प्रधानमंत्री मोदी की वैश्विक कूटनीति की स्वाभाविक और सहज अभिव्यक्ति है. उनके दिल से निकले और उनके होठों पर आए शब्द बिल्कुल वैसे ही हैं जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी लगन के साथ काम कर रहे हैं. शशि थरूर का बयान पीएम मोदी की असाधारण कूटनीतिक क्षमताओं का प्रमाण है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि पीएम मोदी दुनिया के एकमात्र ऐसे पीएम हैं, जो यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति पुतिन से समान गर्मजोशी से मिले और दोनों ने उनका स्वागत किया.”

उन्होंने आगे कहा कि 1995 में जब पाकिस्तान ने जिनेवा में कश्मीर मुद्दे पर भारत के खिलाफ एक प्रस्ताव लाया था, तब विपक्ष के नेता के रूप में अटल बिहारी वाजपेयी ने अपनी सरकार का समर्थन करने के लिए विदेश में कदम रखा था. उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस सरकार का बचाव करते हुए यह सिद्ध किया था कि देश की कूटनीति और सुरक्षा में विपक्षी एकजुटता आवश्यक है.

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि वर्तमान में विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस और उनके कुछ नेताओं द्वारा बिना तथ्यों के सरकार पर आरोप लगाए जा रहे हैं. आज का विपक्ष अनावश्यक रूप से सरकार पर हमला कर रहा है, जबकि अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं ने हमेशा राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए एकजुटता दिखाई थी. शशि थरूर ने जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीति और कार्यों की सराहना की है, वह एक सशक्त नेतृत्व की ओर इशारा करता है. शशि थरूर के शब्दों में प्रधानमंत्री मोदी की ‘कूटनीतिक दक्षता’ और उनके द्वारा की जा रही तपस्या की प्रशंसा की अभिव्यक्ति है.

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