पटना, 19 मार्च . बिहार में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस ने अखिलेश प्रसाद सिंह को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर राजेश कुमार को नेतृत्व सौंप दिया है. इस बदलाव को लेकर राजद के असहज होने की बात कही जा रही है, हालांकि मुख्य विपक्षी दल के नेता खुलकर कुछ बोल नहीं रहे हैं.
राजेश कुमार के बिहार कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) ने तेजस्वी यादव पर तंज कसा है. जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “तेजस्वी यादव को टेंशन देने वाला समाचार आ गया है. महागठबंधन में शामिल दलों के लिए खुशखबरी… बधाई हो.” उन्होंने इस पोस्ट में राजद नेता तेजस्वी यादव को टैग भी किया है.
बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से राजेश कुमार जीते हैं. वह ललन भुइया की सीटिंग सीट से चुनाव लड़े और जीते हैं. उन्होंने यहां तक कहा कि हमने खुद जदयू की सिटिंग सीट को कांग्रेस के कोटे में देने के लिए नीतीश कुमार के पैर पकड़ लिए थे.
कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं.
भाजपा के विधान पार्षद संजय मयूख ने कहा कि कांग्रेस कितना भी प्रदेश अध्यक्ष बदल लें, जीरो से आगे नहीं बढ़ पाएगी.
इस बीच, कांग्रेस ने ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ नाम से पदयात्रा शुरू की है. यह यात्रा पश्चिमी चंपारण के भीतिहरवा गांधी आश्रम से शुरू हुई है और विभिन्न जिलों से होकर 14 अप्रैल को राजधानी पटना पहुंचेगी. इस यात्रा में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं.
राजद के नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को एक्टिव रहना ही चाहिए. संविधान में जो आस्था रखते हैं, उन्हें आम अवाम को देश और प्रदेश की हालत से अवगत कराना ही चाहिए. कांग्रेस को इससे लाभ के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेहनत करनी ही चाहिए.
राजद के विधायक राकेश रौशन इस यात्रा पर कहते हैं कि पलायन बिहार का बड़ा मुद्दा है. यह जनहित का मुद्दा है, इस पर यात्रा करना ही चाहिए. इसमें हम लोगों का विरोध नहीं है. कन्हैया कुमार कोई नया चेहरा नहीं हैं. इससे पहले भी वह चुनाव लड़ चुके हैं. वैसे उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के पास अपना वोट नहीं है.
भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को प्रदेश अध्यक्ष बदलने से कोई लाभ नहीं होने वाला है. कांग्रेस के पास कोई पूंजी नहीं है और राजेश कुमार को खजांची बना दिया गया है.
कन्हैया कुमार की यात्रा पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि ‘खंड खंड’ में सोचना कांग्रेस की प्रवृत्ति है.
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एमएनपी/एकेजे