भारत में मॉल स्पेस की मांग लगातार तीसरे वर्ष आपूर्ति से अधिक रही : रिपोर्ट

मुंबई, 19 मार्च . भारत में रिटेल सेक्टर में मजबूत वृद्धि देखने को मिल रही है और मॉल स्पेस की मांग लगातार तीसरे वर्ष आपूर्ति से अधिक रही है. यह जानकारी बुधवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में दी गई.

रिपोर्ट में कहा गया कि लीजिंग गतिविधियां मजबूत बनी हुई हैं. इसकी वजह देश के बड़े शहरों में संगठित रिटेल सेक्टर का तेजी से बढ़ना है.

एनारॉक रिटेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में 6.5 मिलियन वर्ग फुट से अधिक संगठित रिटेल स्पेस लीज पर दिया गया था, जो कि नई आपूर्ति से काफी अधिक है.

इससे शॉपिंग मॉल में खाली स्थान में काफी कमी देखने को मिली है, जो कि घटकर अब 7.8 प्रतिशत रह गया है.

रिपोर्ट में बताया गया कि इन सभी कारकों के चलते रेंटल वैल्यू में इजाफा देखने को मिला. साथ ही प्राइम रिटेल लोकेशन के लिए रिटेलर्स के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है.

रिटेलर्स भी ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए बड़े स्टोर स्पेस की ओर रुख कर रहे हैं. 2,000 से 5,000 वर्ग फीट के बीच की जगहों के लिए सबसे ज्यादा लीजिंग ट्रांजैक्शन दर्ज किए गए हैं.

हालांकि, मॉल में सीमित जगहों की उपलब्धता के कारण 1,000 से 2,500 वर्ग फीट के बीच के स्टोर की भी काफी मांग है.

रिटेल कैटेगरी में ब्यूटी और पर्सनल केयर और डिपार्टमेंटल स्टोर सेगमेंट में 2024 की दूसरी छमाही में लीजिंग गतिविधि में 11 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई.

रिपोर्ट के अनुसार, 2024 से 2028 के बीच 37.7 मिलियन स्क्वायर फीट का नया मॉल स्पेस आपूर्ति में जुड़ सकता है.

सबसे ज्यादा आपूर्ति राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में होने की उम्मीद है, जो अकेले आगामी मॉल डेवलपमेंट का लगभग 47 प्रतिशत हो सकती है.

रिपोर्ट में बताया गया कि मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे अन्य प्रमुख शहरों में भी संगठित रिटेल स्पेस में मजबूत वृद्धि देखी जाएगी.

एनारॉक रिटेल के सीईओ और एमडी अनुज केजरीवाल ने कहा, “मॉल और हाईस्ट्रीट में किराए बढ़ रहे हैं और उम्मीद है कि जब तक नई अच्छी गुणवत्ता वाली आपूर्ति नहीं जुड़ती, तब तक इसमें बढ़ोतरी जारी रहेगी.”

एबीएस/