नई दिल्ली, 18 मार्च . महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार रात हुई हिंसा पर सियासत जारी है. महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता माणिक राव ठाकरे ने कहा कि शासन से जुड़े हुए लोग ही दरार पैदा करेंगे, तो कैसे काम चलेगा?
माणिक राव ठाकरे ने मंगलवार को समाचार एजेंसी से कहा, “महाराष्ट्र और पूरे देश में जिस तरह से राजनीति हो रही है, यह इस बात का उदाहरण है कि कैसे एक समुदाय के भीतर नफरत फैलाने और समाज में विभाजन पैदा करने के लिए भड़काऊ भाषण दिए जा रहे हैं. यह पूरे महाराष्ट्र के लिए हानिकारक है. यह बताने की जरूरत नहीं है कि इसके पीछे कौन है.”
उन्होंने कहा, “औरंगजेब की कब्र को लेकर लगातार बयानबाजी की जा रही है, जबकि उसकी सुरक्षा का जिम्मा शासन-प्रशासन के हाथ में है. अगर शासन से जुड़े हुए लोग ही दरार पैदा करेंगे तो कैसे काम चलेगा. मुझे लगता है कि इस मुद्दे पर राजनीति करके लोगों के बीच दरार पैदा करने का काम किया जा रहा है. सरकार को अब समझना चाहिए कि देश में शांति लानी चाहिए या फिर लोगों को भड़काना चाहिए.”
कांग्रेस नेता ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “आप खुद ही देख लीजिए कि उनकी तरफ से किस तरह के बयान दिए जा रहे हैं. जो लोग महाराष्ट्र में आग लगा रहे हैं, उन्हीं पर राज्य की शांति को कायम करने की भी जिम्मेदारी है. मैं कांग्रेस पार्टी की तरफ से अपील करूंगा कि लोग शांति बनाए रखें. राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी का कहना है कि सभी लोगों को जोड़कर रखो.”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा पर मंगलवार को विधानसभा में बयान दिया. उन्होंने बताया कि यह हिंसा एक अफवाह से शुरू हुई, जिसमें कहा गया था कि एक प्रतीकात्मक कब्र पर रखी चादर पर धार्मिक चिह्न था, जिसे जलाया गया. शाम को यह अफवाह फैली और देखते ही देखते हालात बिगड़ गए, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी.
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एफएम/एकेजे