योगी सरकार के 8 साल : जेवर में बन रहा देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, फिल्म सिटी का सपना भी साकार

ग्रेटर नोएडा, 18 मार्च . उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीते आठ वर्षों में विकास की गाथा लिखी गई है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश खासतौर पर यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के माध्यम से औद्योगिक और आर्थिक प्रगति का नया केंद्र बन चुका है. यहां पर जेवर में देश का सबसे बड़ा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी आकार ले रही है.

राज्य सरकार के प्रयासों से निवेश को बढ़ावा मिला है और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं. यूपीजीआईएस-2023 और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जीबीसी-04 के जरिए यीडा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित किया गया है. यूपीजीआईएस-2023 में यीडा ने 165 समझौतों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिससे कुल 1,88,970.18 करोड़ रुपये का निवेश मिला. यह तय लक्ष्य से 236.21 प्रतिशत अधिक है और इससे 4,53,339 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है.

वहीं, जीबीसी-04 में 45,148.41 करोड़ रुपये का निवेश किया गया, जिससे 1,32,663 लोगों को रोजगार मिलेगा. यीडा ने औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एमएसएमई पार्क, टॉय सिटी, हैंडीक्राफ्ट पार्क, अपैरल पार्क, डाटा सेंटर पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे क्लस्टर आधारित उद्योग स्थापित किए हैं. वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 में 152 औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटित की गई, जिससे 27,521.99 करोड़ रुपये का निवेश आया और 16,405 लोगों को रोजगार मिला.

यमुना अथॉरिटी के सेक्टर-28 में 439.40 करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल डिवाइस पार्क विकसित किया जा रहा है. यहां 74 भूखंडों का आवंटन हो चुका है, जिससे 3,800 करोड़ रुपये का निवेश आएगा और 15,000 लोगों को रोजगार मिलेगा. इस परियोजना से उत्तर प्रदेश को वैश्विक निवेशकों के लिए आकर्षक केंद्र बनाने में मदद मिल रही है.

जेवर में 1,334 हेक्टेयर में बनने वाला नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा. इसे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर विकसित किया जा रहा है. इसके पहले चरण में ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी 5,730 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है. 2025 तक शुरू होने वाले इस एयरपोर्ट की वार्षिक यात्री क्षमता 12 मिलियन होगी. साथ ही, जेवर एयरपोर्ट को गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण से जोड़ने के लिए 72.26 किलोमीटर लंबे रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) की योजना बनाई गई है. इस परियोजना की अनुमानित लागत 20,637 करोड़ रुपये है और इसका डीपीआर केंद्र सरकार को भेजा गया है.

यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-21 में बनने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी भी प्रदेश में बड़े निवेश और रोजगार के अवसर लेकर आ रही है. पहले चरण में 230 एकड़ में बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी द्वारा निर्माण किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार के मुताबिक श्री बांके बिहारी मंदिर के पास ब्रज विकास परिषद के सुझाव पर हेरिटेज सिटी का निर्माण किया जा रहा है. इसमें ग्रीनफील्ड कनेक्टिविटी, रिवर फ्रंट और योग केंद्र शामिल होंगे.

इसी तरह, टप्पल-बाजना क्षेत्र में लॉजिस्टिक पार्क का विकास हो रहा है, जो जेवर एयरपोर्ट की जरूरतों को पूरा करेगा. इसके अलावा, यमुना प्राधिकरण के सेक्टर-11 में 200 एकड़ में फिनटेक पार्क और अन्य स्थानों पर टॉय पार्क स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे रोजगार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा. सेक्टर-10 में 1,000 एकड़ में सेमीकंडक्टर और ईएमसी पार्क विकसित करने की योजना भी बनाई गई है, जिसके लिए 200 एकड़ भूमि का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना रहा है. यीडा क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों से न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है, बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. जेवर एयरपोर्ट, फिल्म सिटी, औद्योगिक पार्क और अन्य परियोजनाएं आने वाले वर्षों में उत्तर प्रदेश को देश के सबसे तेजी से विकसित होने वाले राज्यों में शुमार करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.

पीकेटी/एएस