तेल अवीव, 18 मार्च, . गाजा में इजरायल के हवाई हमलों ने जीवित बंधकों के परिवारों की उम्मीदों को तोड़ दिया है. परिजनों का कहना है कि इजरायली मिलिट्री एक्शन से उनका सबसे बड़ा डर सच साबित हुआ है.
मंगलवार तड़के बड़े पैमाने पर की गई एयर स्ट्राइक में सैकड़ों फिलिस्तीनियों की मौत हो गई. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि इजरायल ‘अब से हमास के खिलाफ अधिक सैन्य ताकत से कार्रवाई करेगा.’
पीएमओ के बयान में हमास पर ‘बंधकों को रिहा करने से बार-बार इनकार करने’ और युद्धविराम को बढ़ाने के प्रस्तावों को अस्वीकार करने का आरोप लगाया.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बंधकों और लापता परिवारों के फोरम की ओर से जारी बयान में कहा गया, “परिवारों, अपहृत लोगों और इजरायल के नागरिकों का सबसे बड़ा डर सच हो गया है. इजरायली सरकार ने बंधकों को उनके हाल पर छोड़ने का फैसला किया.”
बयान में इस बात पर हैरानी और गुस्सा जताया गया कि “हमारे प्रियजनों को वापस लाने की प्रक्रिया को जानबूझकर खत्म किया जा रहा है.”
इजरायली मीडिया के मुताबिक, बंदी सैनिक निम्रोद कोहेन के पिता येहुदा कोहेन ने कहा, “नेतन्याहू अपनी सत्ता को बचाए रखने के लिए एक बार फिर मेरे बेटे सहित बंधकों को खत्म करने और उनकी हत्या करने के लिए काम कर रहे हैं.”
बंधक ओमरी मीरान के पिता दानी मीरान ने कहा कि वे नए हमले के बारे में सुनकर ‘डर’ गए. उन्होंने कहा, “आज, मैं पहले से कहीं ज़्यादा चिंतित हूं, मुझे लग रहा था कि मेरा बेटा एक हफ्ते में आजाद हो जाएगा. उन्होंने बताया कि [युद्धविराम पर बातचीत के लिए] एक प्रतिनिधिमंडल भेजा गया है. मैं पहले ही कह चुका हूं कि यह प्रतिनिधिमंडल बेकार है. जब मैंने यह कहा तो लोग मुझ से नाराज हो गए लेकिन मैं सही था.”
मीरान ने नए आईडीएफ चीफ ऑफ स्टाफ इयाल जमीर के साथ-साथ सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, “इस चीफ ऑफ स्टाफ को सरकार के एजेंडे को पूरा करने के लिए चुना गया था, और एजेंडा युद्ध है. उन्होंने कहा, “मेरे लिए यह एक काला दिन है.”
19 जनवरी को युद्धविराम शुरू होने के बाद मंगलवार सुबह की एयर स्ट्राइक इजरायल की ओर से की गई सबसे बडी़ सैन्य कार्रवाई है. इजरायली एक्शन के बाद से अब युद्धविराम के अगले चरणों को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. इस बीच अमेरिका ने कहा कि यहूदी राष्ट्र ने सोमवार को हमले से पहले उसके साथ विचार-विमर्श किया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक अमेरिकी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा, “आज रात गाजा में अपने हमलों के बारे में इजरायल ने ट्रंप प्रशासन और व्हाइट हाउस से परामर्श किया.”
दशकों पुराने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष में नवीनतम रक्तपात 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ, जब फिलिस्तीनी ग्रुप हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया. हमले में 1,200 लोग मारे गए और लगभग 250 से अधिक को बंधक बना लिया गया.
हमास के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया. इजरायली हमलों ने गाजा शहर को खंडहर में तब्दील कर दिया और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई.
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एमके/