चाईबासा, 18 मार्च . झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के सारंडा जंगल में मंगलवार को सुरक्षा बलों और माओवादी नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. इस दौरान नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के विस्फोट से सीआरपीएफ के एक सब इंस्पेक्टर जख्मी हो गए हैं. उन्हें एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए रांची भेजा जा रहा है.
बताया गया है कि मुठभेड़ की घटना जराईकेला थाना क्षेत्र के राधापोड़ा के पास हुई है. घायल सब इंस्पेक्टर सीआरपीएफ की 134 बटालियन में पदस्थापित हैं.
इसके पहले पांच मार्च को भी इसी जिले में बलीबा जंगल के पास नक्सलियों की आईईडी की चपेट में आकर सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के एक असिस्टेंट कमांडेंट सहित सुरक्षा बल के तीन जवान घायल हो गए थे. यह घटना तब हुई थी, जब सुरक्षा बलों और पुलिस की ज्वाइंट टीम जंगल-पहाड़ी से घिरे इलाके में नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन में जुटी थी.
बताया गया है कि भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ते के सदस्यों के साथ सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय हैं. उनके खिलाफ सुरक्षाबलों द्वारा लगातार अभियान संचालित किया जा रहा है.
चाईबासा में पुलिस और सुरक्षाबलों ने पिछले एक माह के अंदर नक्सलियों के पांच डंप को ध्वस्त करते हुए हथियारों का जखीरा बरामद किया है. जिले के टोंटो थाना क्षेत्र के हुसिपी जंगल में मार्च के पहले हफ्ते में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के एक कैंप को ध्वस्त किया था. इस दौरान 10-10 किलोग्राम क्षमता वाले दो आईईडी भी डिफ्यूज कर दिए गए थे. इस कैंप से एक देशी पिस्टल, दो कार्बाइन, एक राइफल, दस किलो का आईईडी, 58 डेटोनेटर समेत अन्य सामान बरामद किए गए थे.
24 फरवरी को भी टोंटो थाना क्षेत्र में पुलिस और सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के दो कैंप ध्वस्त किए थे और इस दौरान अमेरिका में निर्मित एम-16 राइफल सहित 10 हथियार और 500 से अधिक गोलियां बरामद की गई थीं.
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एसएनसी/एएस