रांची, 18 मार्च . झारखंड विधानसभा में बजट सत्र के 12वें दिन मंगलवार को गिरिडीह में होली के दिन हिंसा की घटना पर जोरदार हंगामा हुआ. भारतीय जनता पार्टी के विधायक सदन के दूसरे कामकाज रोककर पहले इस घटना और राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की मांग को लेकर सदन में नारेबाजी करते रहे. शोरगुल के बीच प्रश्नकाल नहीं चल पाया और स्पीकर को सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सदन में गिरिडीह हिंसा की घटना को सूचना के तौर पर रखा और इस पर चर्चा कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि धनवार थाना क्षेत्र के घोड़थंभा में होली खेलने वाले युवाओं की टोली को पुलिस ने सड़क से गुजरने से रोका. इसके बाद धार्मिक स्थल के पास दूसरे पक्ष के लोगों ने पेट्रोल बम, बोतलों और पत्थरों से होली खेलने वाली टोली पर हमला बोल दिया. इस दौरान कई दुकानों और गाड़ियों में आग लगा दी गई. उपद्रव होता रहा, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही.
नेता प्रतिपक्ष ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि एफआईआर में दोनों पक्षों से 40-40 लोगों को नामजद किया गया और दोनों पक्षों से 11-11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम देने का आरोप लगाते हुए कहा कि लॉ एंड ऑर्डर पर बहस कराई जाए.
इस पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि ऐसे मामले में पक्ष और विपक्ष संवेदनशील होते हैं. उन्होंने कहा कि जिस दिन गृह विभाग की अनुदान मांग पर चर्चा होगी, उस दिन इस मसले पर भी चर्चा की जाएगी. ऐसी घटना को लेकर राजनीति करना उचित नहीं है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि खामियां गिनाना अलग बात है, लेकिन जिन इलाकों के हिंदू-मुस्लिम ने साथ मिलकर होली खेली, उन्हें भी इस सदन से बधाई संदेश भेजा जाना चाहिए, जिन्होंने राज्य ही नहीं देश भर में भाईचारे का संदेश दिया.
मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि प्रशासन ने संयम का परिचय दिया था. पूरे घटनाक्रम का एकपक्षीय चित्रण किया जा रहा है. दूसरी तरफ भाजपा विधायक तत्काल चर्चा की मांग को लेकर सदन के वेल में पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे. ऐसे में स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने प्रश्नकाल की कार्यवाही स्थगित कर दी.
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एसएनसी/एएस