नागपुर, 18 मार्च . महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार को हुई हिंसा ने पूरे शहर में तनाव बढ़ा दिया है. इस घटना पर सियासत गरम है. अलग-अलग दलों के नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए सवाल किया कि यह सब कौन करवा रहा है? उन्होंने कहा कि भाजपा जैसा चाहती है, वैसा हो रहा है.
महाराष्ट्र के भाजपा नेता और विधायक प्रवीण दरेकर ने कहा कि नागपुर की घटना के पीछे साजिश हो सकती है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इसके बारे में सदन को जानकारी देंगे और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि घटना के पीछे क्या वजह है, सब सामने आ जाएगा.
महाराष्ट्र सरकार में राज्य मंत्री योगेश कदम ने कहा कि पुलिस घटना की पूरी जांच कर रही है. इस घटना में तीन डीसीपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
को महाराष्ट्र पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, हिंसा में शामिल भीड़ नारेबाजी कर रही थी. धार्मिक प्रतीक के रूप में चादर जलाने की घटना के बाद माहौल और भी गरमा गया, जिसमें लोगों को जान से मारने की धमकियां दी गईं. रिपोर्ट के मुताबिक, उपद्रवियों ने 32 गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया, जिनमें क्रेन, जेसीबी, दोपहिया वाहन और कारें शामिल हैं.
इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें तीन डीसीपी, एक एसीपी और 14 इंस्पेक्टर शामिल हैं. इनमें 15 पुलिसकर्मियों की हालत गंभीर बताई जा रही है. साथ ही, शहर के 10 से ज्यादा इलाकों में हिंसा फैलने के बाद कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है. नौ लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई है और अन्य संदिग्धों की भी तलाश जारी है.
पुलिस ने आरोप लगाया कि निषेधाज्ञा के बावजूद प्रदर्शन जारी रखा गया.
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डीएससी/एकेजे