हीरो मोटर्स ने भारत में फोर्ज्ड पावरट्रेन पार्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जर्मनी की एसटीपी के साथ की साझेदारी

नई दिल्ली, 18 मार्च . हीरो मोटर्स लिमिटेड (एचएमएल) ने मंगलवार को भारत में फोर्ज्ड पावरट्रेन उपकरणों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जर्मनी की श्मीडे टेक्निक प्लेटेनबर्ग (एसटीपी) के साथ एक रणनीतिक ज्वाइंट वेंचर (जेवी) का ऐलान किया.

जेवी के तहत लुघियाना के हीरो इंडस्ट्रियल पार्क में बनाई जाने वाली मैन्युफैक्चरिंग सुविधा में उत्पादन 2026 के मध्य में शुरू होने की उम्मीद है.

हीरो इंडस्ट्रियल पार्क में अन्य ऑटोमोटिव और ईवी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स जैसे एचएमसी एचआईवीई, एचवाईएम और स्पर टेक्नोलॉजीज भी मौजूद हैं.

दोनों कंपनियों ने साझा बयान में कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उपस्थिति के साथ, इस संयुक्त उद्यम का लक्ष्य नियर-नेट शेप प्रिसिजन फोर्जिंग में अंतर को पाटना है और एडवांस मैन्युफैक्चरिंग में प्रमुख खिलाड़ी के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना है.

एचएमसी ग्रुप के चेयरमैन पंकज एम मुंजाल ने कहा, “हमारी मजबूत रिसर्च एवं डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं के साथ एसटीपी के साथ यह साझेदारी हमें वैश्विक पावरट्रेन उपकरण बाजार में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी हासिल करने में सक्षम बनाएगी.”

एसटीपी एक बड़ी जर्मन फोर्जिंग कंपनी है, जिसके जर्मनी में छह मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं, जो ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल उपयोग के लिए हाई-प्रिसिजन वाले फोर्ज्ड और मशीनीकृत उपकरणों का उत्पादन करते हैं.

ऑटोमोटिव कम्पोनेंट टेक्नोलॉजी कंपनी एचएमएल, उच्च इंजीनियरिंग वाले पावरट्रेन सॉल्यूशंस और एलॉय एवं मेटालिक्स क्षेत्र में कार्यरत है और इसकी रिसर्च एवं डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं भारत, यूनाइटेड किंगडम और थाईलैंड में फैली हुई हैं.

हीरो मोटर्स एचएमसी ग्रुप का हिस्सा है. ग्रुप का कारोबार ऑटोमोटिव उपकरणों, ई-मोबिलिटी, साइकिल, रियल एस्टेट और प्रीमियम रिटेल में फैला हुआ है.

एचएमसी ग्रुप का एसेट बेस 1.2 अरब डॉलर है और पूरी दुनिया में 7,500 से अधिक कर्मचारी हैं.

समूह ने हाल ही में पंजाब के हाई-टेक साइकिल वैली में वर्ल्ड-क्लास इंडस्ट्रियल पार्क की स्थापना के साथ अपने मैन्युफैक्चरिंग ऑपरेशंस का विस्तार किया है, जिससे 4 मिलियन यूनिट की क्षमता बढ़ेगी, जिसमें 0.5 मिलियन यूनिट ई-साइकिल भी शामिल हैं.

एबीएस/