नागपुर हिंसा की भाजपा-शिवसेना नेताओं ने की निंदा, कांग्रेस ने कहा – ‘देश तोड़ने की हो रही कोशिश’

मुंबई/जम्मू, 18 मार्च . महाराष्ट्र के संभाजीनगर स्थित मुगल शासक औरंगजेब की कब्र पर जारी विवाद के बीच नागपुर में दो समूहों के बीच सोमवार रात हिंसा भड़क उठी, जिसके चलते शहर के कई क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाना पड़ा है. राजनीतिक दलों ने घटना की निंदा करते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

शिवसेना विधायक अर्जुन खोतकर ने कहा, “कोई भी ऐसी घटनाओं का समर्थन नहीं कर सकता. यह कोई अच्छी घटना नहीं थी, लेकिन महाराष्ट्र के अंदर पहली बार ऐसी घटना नहीं घटी है. सरकार निश्चित रूप से कार्रवाई कर रही है और मुख्यमंत्री स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए और पुलिस को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.”

जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भाजपा के सुनील शर्मा ने नागपुर हिंसा पर कहा, “मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं. इस घटना की प्रकृति बेहद चिंताजनक है और हम इसकी निंदा करते हैं. हालांकि, जो व्यक्ति और समाज औरंगजेब का महिमामंडन करने और उसे एक आदर्श व्यक्ति के रूप में चित्रित करने का प्रयास करते हैं, उन्हें पुनर्विचार करना चाहिए. जिसने देश की सभ्यता को नष्ट करने का प्रयास किया, वह औरंगजेब कभी आदर्श नहीं हो सकता.”

भाजपा विधायक विक्रम रंधावा ने कहा, “मेरा मानना है कि वहां का प्रशासन जानता है कि स्थिति को कुशलतापूर्वक कैसे नियंत्रित किया जाए और वह ऐसा प्रभावी ढंग से करने में कामयाब रहेगा.”

इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर से कांग्रेस के विधायक निजामुद्दीन भट ने नागपुर हिंसा की निंदा की. उन्होंने से बातचीत में कहा, “यह घटना उस नैरेटिव का नतीजा है, जो पिछले 10 साल से यहां पर चल रहा है. यह मुल्क हिंदू-मुस्लिम, सिख और ईसाई के भाईचारे का प्रतीक था, लेकिन अब हजारों साल पुराने मुर्दे उखाड़ने की कोशिश की जा रही है. यह माहौल मुल्क को तोड़ने की कोशिश करेगा, जिससे देश में हालत खराब हो जाएंगे. मैं प्रधानमंत्री मोदी से अपील करना चाहता हूं कि स्थिति को नियंत्रण में किया जाए.”

एफएम/एकेजे