नियो और मिड-साइज बैंक ने बीएफएसआई जीसीसी में बढ़ाई भारत की हिस्सेदारी

नई दिल्ली, 17 मार्च . भारत में नियो और मिड-साइज बैंक बड़े ग्लोबल बैंकिंग दिग्गजों को फॉलो करते हुए तेजी से वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) खोल रहे हैं. एक लेटेस्ट रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.

इस बढ़ते रुझान को भारत के बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस एंड इंश्योरेंस (बीएफएसआई) सेक्टर में एक बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है, जो देश में इस इंडस्ट्री के लिए नए अवसरों का संकेत देता है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि नियो बैंक, जो बिना किसी फिजिकल ब्रांच के पूरी तरह से ऑनलाइन काम करते हैं, इस बदलाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.

इस तरह के डिजिटल-ओनली बैंक अक्सर स्वतंत्र रूप से काम करते हैं या इनोवेटिव बैंकिंग सर्विस प्रदान करने के लिए पारंपरिक बैंकों के साथ साझेदारी करते हैं.

आने वाले वर्षों में नियो बैंक के बाजार में शानदार वृद्धि होने की उम्मीद है. पीडब्ल्यूसी की एक लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, नियो-बैंकिंग बाजार का मूल्य 2026 तक 395 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो 2018 में मात्र 19 बिलियन डॉलर था.

यह तेज वृद्धि वैश्विक स्तर पर डिजिटल बैंकिंग सर्विस को अपनाने में वृद्धि और भारत के बैंकिंग इनोवेशन और सर्विस के लिए एक प्रमुख केंद्र बनने की क्षमता को दर्शाती है.

जैसे-जैसे नियो बैंक और मध्यम आकार के वित्तीय संस्थान भारत में अपना परिचालन स्थापित कर रहे हैं, वैश्विक बैंकिंग परिदृश्य में देश की भूमिका और भी ज्यादा महत्वपूर्ण होती जा रही है.

हालांकि, रियल एस्टेट कंसल्टेंसी एनारॉक की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, जीसीसी ने पिछले दो वर्षों 2023 और 2024 में इन शहरों में 52.88 मिलियन वर्ग फीट से ज्यादा ऑफिस स्पेस लीज पर लिया है.

देश में जीसीसी की मौजूदगी तेजी से बढ़ रही है, ये केंद्र अब देश के टॉप 7 शहरों में ऑफिस स्पेस मार्केट का 37 प्रतिशत हिस्सा हैं.

बेंगलुरू, हैदराबाद, चेन्नई और पुणे जैसे शहरों में जीसीसी से ऑफिस स्पेस की मांग ज्यादा रही है.

बेंगलुरू में 24 मिलियन वर्ग फीट ऑफिस स्पेस लीज पर है, जो कि टॉप 7 शहरों में लीज पर लिए गए कुल स्पेस का लगभग आधा (46 प्रतिशत) है.

इसके बाद हैदराबाद का नंबर आता है, जहां 10 मिलियन वर्ग फीट से ज्यादा ऑफिस स्पेस लीज पर है, जो कि जीसीसी द्वारा लीज पर लिए गए कुल स्पेस का लगभग 19 प्रतिशत है.

एसकेटी/केआर