नई दिल्ली, 17 मार्च . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पॉडकास्टर लैक्स फ्रिडमैन से बातचीत के दौरान भारत-पाकिस्तान संबंध और गोधरा दंगों पर खुलकर बात की. अब उनके बयान पर भाजपा नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है.
भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा, “जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो उस दौरान लगातार 6 महीनों तक दंगे होते रहे थे. जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने बहुत अच्छे तरीके से शासन किया. गोधरा में जो हुआ, जहां हिंदुओं की बेरहमी से हत्या की गई, वह दुखद था. उसके बाद जो हुआ, वह भी दुर्भाग्यपूर्ण था. सबसे बड़ी दुख की बात यह थी कि जब मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से मदद मांगी गई थी, तो उन्होंने किसी भी तरह से मदद नहीं की थी, जो कांग्रेस के चरित्र को बयां करता है.”
पाकिस्तान के साथ संबंधों पर पीएम मोदी के बयान को लेकर मध्य प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा, “दूसरे देशों में घटनाओं को अंजाम देने वाला पाकिस्तान अब अपनी ही सीमाओं में उनका सामना कर रहा है. इसे ‘जैसा बोओगे, वैसा काटोगे’ कहा जा सकता है. पाकिस्तान अब अपने किए का परिणाम भुगत रहा है.”
गोधरा दंगों पर पीएम मोदी के बयान को लेकर भाजपा विधायक करनैल सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने जो तुलना की है, वह बिल्कुल सही है और मैं तो यहां तक कहूंगा कि इस घटना के पीछे एकमात्र उद्देश्य प्रधानमंत्री मोदी को दबाना था. उन्हें परेशान करना और अंततः उन्हें हटाकर जेल में डालना, यह कांग्रेस की मानसिकता थी. हालांकि, जिनके पास ईश्वर का साथ, सच्ची आत्मा और अटूट विश्वास होता है, वे कभी नहीं हारते. सत्य की जीत हुई. वे अदालत गए और हमारे गृह मंत्री को विभिन्न मामलों में फंसाने की हर संभव कोशिश की, यहां तक कि उन्हें राज्य से बाहर भी कर दिया. मुझे आज भी वे दिन याद हैं. वास्तविकता यह है कि 2002 के गोधरा दंगे 9/11 से कम नहीं थे, बल्कि वास्तव में 9/11 तो बहुत छोटा था. उन्होंने सनातन धर्म की उसी नींव को उखाड़ने का प्रयास किया, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखना शुरू किया था.”
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एफएम/केआर