राजगढ़, 16 मार्च . मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव रविवार को राजगढ़ पहुंचे. यहां उन्होंने 40 करोड़ रुपये की लागत से 200 बिस्तरों से युक्त नवनिर्मित जिला चिकित्सालय का लोकार्पण तथा अवलोकन किया.
लोगों को संबोधित करते हुए मोहन यादव ने मऊगंज जिले की घटना का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि रामचरण गौतम ने कर्तव्य की राह पर अपने प्राणों की आहुति दी. हमारी सरकार ऐसे शहीदों का सम्मान करती है. हमारे पास परिवार को एक करोड़ रुपये और एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की नीति है, जिसे हमारी सरकार ने शुरू किया है. उन्होंने कहा कि पहले की सरकार ऐसा नहीं करती थी, क्योंकि उनकी संवेदना नहीं होती थी.
सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “मऊगंज जिले के शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कर्तव्य निर्वहन के दौरान अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले एएसआई रामचरण गौतम को शहीद का दर्जा दिया जाएगा. इसी के साथ आश्रितों को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता राशि मिलेगी और पात्र उत्तराधिकारी को शासकीय सेवा में लिया जाएगा. रामचरण गौतम की कर्तव्य परायणता और उनका बलिदान चिर-स्मरणीय रहेगा.”
एक अन्य पोस्ट में सीएम ने लिखा, “मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में दो गुटों के आपसी विवाद की सूचना पर पहुंचे तहसीलदार, थाना प्रभारी सहित पुलिस की टीम पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हमले में हमारी पुलिस के एक एएसआई रामचरण गौतम की जवाबी कार्रवाई में दुखद मृत्यु हुई है. मेरी गहरी शोक संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं. घटना में अन्य घायल पुलिसकर्मियों को उपचार के लिए रीवा चिकित्सालय भेजा गया है. घटना के तुरंत बाद क्षेत्र में धारा 163 लागू कर डीआईजी रीवा, एसपी मऊगंज सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. एडीजी रीवा जोन मौके पर पहुंच रहे हैं, साथ ही मैंने डीजी पुलिस को मौके पर पहुंचकर पर्यवेक्षण के लिए निर्देशित किया है. इस तरह की अमानवीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना के सभी आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.”
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डीकेएम/एकेजे