बारामती, 15 मार्च . महाराष्ट्र के बीड जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर राकांपा (एसपी) प्रमुख शरद पवार की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने शनिवार को महाराष्ट्र सरकार से उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की, जो कानून को अपने हाथ में ले रहे हैं.
शरद पवार ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं बीड जिले को कई सालों से जानता हूं. लेकिन बीड में हालात कभी ऐसे नहीं थे. बीड जिले के साथ मेरा कई सालों का अनुभव है, जो शांतिपूर्ण है और अपने सौहार्दपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता है. जब मैं खुद उस इलाके पर ध्यान दे रहा था, तो बीड से मेरी पार्टी के छह सांसद चुने गए थे और उस समय वहां सौहार्दपूर्ण माहौल था.”
शरद पवार ने आगे कहा कि दुर्भाग्यवश, कुछ लोगों ने सत्ता का दुरुपयोग किया और हम पिछले कुछ महीनों से बीड में इसके परिणाम देख रहे हैं. महाराष्ट्र सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए ताकि बीड अपना पुराना गौरव फिर से हासिल कर सके. मेरा स्पष्ट मत है कि राज्य सरकार को, चाहे इसमें कोई भी शामिल हो, कानून को अपने हाथ में लेने वाले और माहौल खराब करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्याओं में वृद्धि पर शरद पवार ने कहा कि केंद्र को इस मुद्दे से निपटने के लिए नीति बनानी चाहिए.
कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के उपयोग पर शरद पवार ने कहा कि बारामती कृषि विकास केंद्र में प्रति एकड़ गन्ने का उत्पादन बढ़ाने के लिए एआई का उपयोग किया जा रहा है, जिससे चीनी उत्पादन में वृद्धि होगी.
उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि दक्षिण महाराष्ट्र की कई चीनी मिलों ने एआई तकनीक को लागू करने की इच्छा जताई है. उनकी राय जानने के बाद इसे लागू किया जाएगा.”
राज्य इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल के नाराज होने की खबरों पर पवार ने कहा, “जयंत पाटिल पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं.”
दरअसल जयंत पाटिल ने स्पष्ट कर दिया है कि वह शरद पवार का साथ नहीं छोड़ रहे हैं और न ही उनकी एनसीपी (एसपी) छोड़कर किसी अन्य पार्टी में शामिल होने की योजना बना रहे है.
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एकेएस/