एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने तमिलनाडु सरकार पर साधा निशाना, कहा- ‘शराब घोटाले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए’

चेन्नई, 14 मार्च . तमिलनाडु विधानसभा में बजट सत्र की शुरुआत नाटकीय रही. विपक्षी पार्टी अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) ने सदन से वॉकआउट किया, वहीं भाजपा ने सत्र का बहिष्कार किया.

विधानसभा से वॉकआउट करने के बाद विपक्ष के नेता एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने सदन के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि तमिलनाडु सरकार को कथित शराब घोटाले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने दावा किया कि जांच में 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बावजूद सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की है. उन्होंने मांग की कि डीएमके सरकार नैतिक जिम्मेदारी ले और इस्तीफा दे.

पलानीस्वामी ने कहा कि विपक्ष ने स्पीकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था, लेकिन इस पर चर्चा नहीं हुई. उन्होंने घोटाले के बारे में कोई जानकारी न देने के लिए सरकार की आलोचना की. उन्होंने दावा किया कि राज्य सरकार ने नैतिक आधार खो दिया है और उसे सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है.

वहीं, कोयंबटूर दक्षिण से विधायक और भाजपा की राष्ट्रीय महिला विंग की अध्यक्ष वनथी श्रीनिवासन ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि प्रवर्तन निदेशालय की रिपोर्ट में साफ तौर पर टीएएसएमएसी शराब की बिक्री में 1,000 करोड़ रुपये के घोटाले का संकेत मिलता है. उन्होंने मांग की कि डीएमके सरकार नैतिक जिम्मेदारी ले और इस्तीफा दे.

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अपने घोटालों और कानून-व्यवस्था के मुद्दों से ध्यान भटका रही है. उन्होंने भारतीय मुद्रा के डिजाइन को बदलने के सरकार के प्रयासों की भी आलोचना की और कहा कि यह सरकार के भ्रष्टाचार को छिपाने का एक प्रयास है.

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