तुर्की ने पिछले सप्ताह सीरिया और इराक में मार गिराए 24 कुर्द आतंकवादी : मंत्रालय

अंकारा, 14 मार्च . तुर्की सेना ने पिछले हफ्ते उत्तरी इराक और उत्तरी सीरिया में की गई सीमा-पार सैन्य कार्रवाई में 24 कुर्द लड़ाकों को मार गिराया. यह जानकारी तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने दी.

न्यूज एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, सीरिया में कुर्द गुटों पर कार्रवाई इसलिए हुई क्योंकि सीरिया के कुर्दों और दमिश्क की सरकार के बीच समझौता हुआ था. इसके अलावा, कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) ने तुर्की के साथ युद्धविराम की घोषणा की थी.

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता जेकी अकतुर्क के अनुसार, इस साल जनवरी से अब तक कुल 502 उग्रवादी मारे जा चुके हैं, जिनमें से 296 उत्तरी सीरिया के कुर्द पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) से और 206 उत्तरी इराक में पीकेके से जुड़े थे.

तुर्की, अमेरिका और यूरोपीय संघ पीकेके को एक आतंकवादी संगठन मानते हैं. यह संगठन पिछले तीन दशकों से तुर्की सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रहा है. अंकारा का कहना है कि वाईपीजी, पीकेके का सीरियाई गुट है.

तुर्की सेना नियमित रूप से उत्तरी इराक में सैन्य अभियान चलाती है, क्योंकि वहीं पीकेके का मुख्यालय और ठिकाने मौजूद हैं. इस महीने की शुरुआत में पीकेके ने तुर्की के साथ युद्धविराम का ऐलान किया. यह घोषणा पीकेके के कैद नेता अब्दुल्ला ओकालान की उस अपील के बाद हुई, जिसमें उन्होंने पीकेके से जुड़े सभी समूहों से हथियार डालने और संगठन को समाप्त करने को कहा था.

सोमवार को कुर्द-नियंत्रित सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस और सीरिया की अस्थायी सरकार के बीच एक समझौता हुआ, जिसके तहत कुर्द-प्रशासित क्षेत्र के सभी नागरिक और सैन्य संस्थानों को राज्य के अधीन लाया जाएगा.

हालांकि, तुर्की ने साफ किया कि यह समझौता उसकी आतंकवाद विरोधी नीति को प्रभावित नहीं करेगा. तुर्की के रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि तुर्की का मुख्य उद्देश्य सीरिया में आतंकवादी गतिविधियों को रोकना, लड़ाकों को हथियार डालने पर मजबूर करना और विदेशी लड़ाकों को देश से बाहर करना है.

उन्होंने कहा, “हम इस समझौते के प्रभावों और इसके अमल पर नजर रखेंगे.”

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