मुंबई, 13 मार्च . मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को नष्ट करने वाले शिवसेना नेता नरेश मस्के के बयान पर केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने गुरुवार को कहा कि इतने साल से कब्र वहां पर है, ऐसे में उसे वहां से हटाने की जरूरत नहीं है.
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने समाचार एजेंसी से कहा, “करीब 1,500 साल पहले मुगल यहां पर आए. औरंगजेब ने बहुत ही खतरनाक काम किया और उसकी स्तुति करना ठीक नहीं है. अबू आजमी ने जो किया, वो गलत है. वहीं, औरंगजेब की कब्र को लेकर मेरी राय यह है कि वह इतने साल से वहां पर है, तो ऐसे में उसे वहां से नहीं हटाना चाहिए. औरंगजेब को हमने गाड़ दिया है, यह बात अगली पीढ़ी को पता होनी चाहिए. इसीलिए वहां पर कब्र होना जरूरी है.”
तमिलनाडु सरकार के बजट दस्तावेजों में रुपये के लिए देवनागरी लिपि के प्रतीक चिह्न को तमिल अक्षर से बदलने पर आठवले ने कहा, “तमिल भाषा को लेकर हमारे मन में आदर है. लेकिन एम.के. स्टालिन की ओर से इस प्रकार का निर्णय लेना गलत है. भारत की एकता के खिलाफ एम.के. स्टालिन ने निर्णय लिया है. देश में 70 से 80 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते हैं. ऐसे में तमिलनाडु में हिंदी भाषा का विरोध करना ठीक नहीं है. ऐसा करना स्टालिन का राजनीतिक स्टंट है. तमिलनाडु भारत का एक अंग है. केंद्र सरकार ने भी तमिलनाडु के विकास के लिए बहुत सहायता की है.”
होली और जुमा एक ही दिन पड़ने के कारण हो रहे विवाद पर उन्होंने कहा, “हम लोग सर्वधर्म सद्भाव को मानने वाले लोग हैं. भीमराव अंबेडकर के संविधान ने सभी को एक अधिकार दिया है. रमजान में नमाज पढ़ने का अधिकार उनको है. हिंदुओं को होली खेलने का भी पूरा अधिकार है. होली नहीं खेलने और नमाज नहीं पढ़ने की बात करना गलत है. होली और नमाज दोनों जरूरी हैं. इसलिए, मैं समझता हूं कि जहां पर मस्जिद है, वहां पर होली न खेली जाए. किसी प्रकार का विवाद न हो, यह जिम्मेदारी प्रशासन की है. विवाद न हो, इसलिए होली और नमाज का समय भी अलग-अलग किया जा सकता है.”
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एससीएच/एकेजे