राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक संवेदनशील मुद्दा : मणिकम टैगोर

नई दिल्ली, 13 मार्च . राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर देश में सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. इस मुद्दे को लेकर अब कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी का मानना है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक संवेदनशील मुद्दा है और आरएसएस इसे कैप्चर करना चाहती है.”

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति एक संवेदनशील मुद्दा है और कांग्रेस पार्टी का मानना है कि यह पॉलिसी आरएसएस के हाथ में नहीं जानी चाहिए, क्योंकि आरएसएस इसे हथियाना चाहती है. इसी वजह से देशभर में नफरत की राजनीति को बढ़ावा दिया जा रहा है. मुझे लगता है कि अगर संघ के हाथ में एजुकेशन सिस्टम चला जाता है तो देश में नफरत फैलेगी.”

कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने डिलिमिटेशन के मुद्दे पर कहा, “असम और जम्मू-कश्मीर में जो डेलिमिटेशन किया गया, उससे यह संकेत मिलता है कि शायद फिर से ऐसा ही तरीका अपनाया जा सकता है, जिससे लोगों में चिंता पैदा हो रही है. ऐसी भावना घर कर गई है कि यह असंतुलन बनाने के लिए किया जा रहा है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष जल्द ही अपना स्टैंड रखेंगे, क्योंकि मुझे लगता है कि डेलिमिटेशन के जरिए डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है.”

होली – जुमा विवाद को लेकर उन्होंने कहा, “सभी लोग जानते हैं कि आरएसएस इस देश में नफरत फैलाना चाहती है और अंग्रेजों की छोड़ी हुई नीतियों के तहत नफरत के बाजार को बढ़ाना चाहती है. कांग्रेस पार्टी देश में नफरत का माहौल पैदा होने नहीं देगी, इसलिए होली का पर्व और रमजान के दौरान सभी लोग मिलजुलकर रहेंगे. मुझे लगता है कि इस नफरत को देश से दूर करना है.”

एफएम/केआर