नई दिल्ली, 12 मार्च . दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने साफ किया है कि उनकी पार्टी आगामी गुजरात और गोवा विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन नहीं करेगी.
हाल ही में आम आदमी पार्टी (आप) की नेता और दिल्ली की पूर्व सीएम आतिशी ने मडगांव में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करते हुए कहा था कि ‘आप’ गुजरात और गोवा विधानसभा चुनाव अपने दम पर अकेले लड़ेगी.
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने बुधवार को न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, “इसमें नया क्या है? वास्तव में उनके साथ गठबंधन कौन कर रहा है? खुद ही अपने मियां मिट्ठू बन रहे हैं, उनसे कौन गठबंधन कर रहा है? अगर वे गठबंधन करना चाहते हैं, तो तृणमूल कांग्रेस या समाजवादी पार्टी (सपा) जैसी पार्टियों के साथ गठबंधन कर सकते हैं, जिनका मुख्य एजेंडा कांग्रेस के वोटों को काटना है. कांग्रेस उनके साथ कोई गठबंधन नहीं कर रही है.”
अवैध बैनर को लेकर दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश पर संदीप दीक्षित ने कहा, “अगर क्राइम हुआ है तो उस पर केस चलना चाहिए, ऐसी चीजें बहुत कम होती है कि कोर्ट इस पर फैसला लेता है. लेकिन, अगर कानून का उल्लंघन हुआ है तो केस होना चाहिए. मैं इस पर दिल्ली पुलिस, एमसीडी और डीडीए से एक और बात कहूंगा कि इस कानून या ऑर्डर का संज्ञान लेते हुए, पूरी दिल्ली में सार्वजनिक जगहों पर पोस्टर-होर्डिंग लगाए जाते हैं, चाहे सरकारी जगह हो या प्राइवेट, यहां तक कि खंभों पर भी लग जाते हैं, इस पर भी ध्यान दें क्योंकि कोर्ट ने इस बात को कहा है कि आप पब्लिक प्रॉपर्टी पर अपने होर्डिंग या पोस्टर नहीं लगा सकते. ये धड़ल्ले से होता है. ऐसा सिर्फ अरविंद केजरीवाल ने ही नहीं किया है, ठीक है, वो पकड़े गए हों, उन पर सजा होगी. लेकिन, बाकी जितने हैं, कभी जन्मदिन के लगते हैं, कभी सार्वजनिक जगहों पर लोग झाड़े लगाते हैं, उस पर भी एक तरीके से रोक लगनी चाहिए.”
संदीप दीक्षित ने उत्तर प्रदेश के मंत्री रघुराज सिंह के होली पर दिए विवादित बयान ‘रंगों से दिक्कत है तो हिजाब की तरह तिरपाल ओढ़कर निकलें’ पर भी रिएक्शन दिया. उन्होंने रघुराज सिंह के बयान को गलत बताते हुए कहा कि होली हमेशा से खेली गई है, होली के दिन चाहें रमजान हो या कोई त्योहार हो या न हो. कई लोग होली खेलने से परहेज करते हैं. हिंदू समाज में लोग अलग-अलग तरीके से होली मनाते हैं, कोई सिर्फ टीका लगवाते हैं. कुछ रंग से परहेज करते हैं. समाज में हजारों सालों से अलग-अलग समुदायों ने अलग-अलग धर्म के त्योहारों को मनाना सीखा है, लेकिन भाजपा इस पर राजनीति कर रही है, यह बहुत गलत बात है.
उन्होंने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर कहा कि इसमें सिर्फ कांग्रेस ही नहीं है, इसमें बीजेडी, तृणमूल कांग्रेस भी है. तमाम पार्टियां पूछ रही हैं कि महाराष्ट्र में दो महीने में 80 लाख वोटर कैसे बढ़ गए, दिल्ली और हरियाणा में कैसे बढ़ गए, अचानक बढ़ जाते हैं, जो चीज आज तक नहीं होती है, वह दो-दो महीने में इलेक्शन कमीशन कर देता है. इलेक्शन कमीशन के पास कोई जवाब नहीं है, इलेक्शन कमीशन तो पब्लिक इंस्टीटूशन है. इनकम टैक्स भी अचानक बढ़ जाता है तो वो पूछते हैं कि अचानक कैसे बढ़ गया? लेकिन, इलेक्शन कमीशन किस अहंकार में घूम रही है?
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एसके/एबीएम