हाई बीपी और डायबिटीज के खिलाफ विशेष अभियान, अब तक 67 मिलियन से अधिक रोगियों का हुआ इलाज

नई दिल्ली, 12 मार्च . देश में बड़े पैमाने पर हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के रोगियों का इलाज किया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने कहा कि सरकार की महत्वाकांक्षी पहल ’75 बाय 25′ के तहत हाई ब्लड प्रेशर के 42.01 मिलियन और डायबिटीज के 25.27 मिलियन लोगों का इलाज किया गया है.

सरकार ने मई 2023 में ’75 बाय 25′ पहल की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य दिसंबर 2025 तक देश में हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज से पीड़ित 75 मिलियन लोगों को इससे बाहर निकालना है.

राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में केंद्रीय मंत्री जाधव ने बताया कि भारत ने गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) के बोझ के इलाज के लक्ष्य का 89.7 प्रतिशत हासिल कर लिया है. बता दें कि हृदय रोग, कैंसर, पुरानी फेफड़ों की बीमारी, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर एनसीडी में गिने जाते हैं, जो सालाना 70 प्रतिशत से अधिक मौतों के लिए जिम्मेदार हैं.

ऐसे रोगों की पहचान और उनसे निपटने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 20 फरवरी को एनसीडी स्क्रीनिंग अभियान शुरू किया है. यह अभियान 31 मार्च तक चलेगा. इस राष्ट्रव्यापी अभियान का उद्देश्य 30 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों की 100 प्रतिशत स्क्रीनिंग करना है, ताकि ऐसे रोगियों की पहचान हो सके. इसे एनपी-एनसीडी के तहत आयुष्मान आरोग्य मंदिर सुविधाओं और अन्य स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में चलाया जा रहा है.

इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, ओरल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और सर्वाइकल कैंसर जैसे एनसीडी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने 2010 में गैर-संचारी रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम (एनपी-एनसीडी) शुरू किया था.

इस कार्यक्रम के तहत 30 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोगों की प्रारंभिक पहचान और जांच, स्वास्थ्य सेवा देखभाल के सभी स्तरों पर जांच को लागू करना और सटीक इलाज के लिए सहायता प्रदान करना शामिल है.

डीएससी/केआर