नई दिल्ली, 11 मार्च . दिल्ली की यमुना नदी पर आने वाले दिनों में फेरी सेवा का लुत्फ उठाते हुए दिल्ली के लोग नजर आएंगे. दरअसल, फेरी सेवा के लिए दिल्ली सरकार ने केंद्र के साथ एक महत्वपूर्ण समझौते के लिए करार किया है.
केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच एमओयू साइन होने पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि अब यमुना नदी पर फेरी सेवा और क्रूज पर्यटन से दिल्लीवालों को एक नया और अनूठा अनुभव मिलेगा. आधुनिक सुविधाओं से लैस ये सेवा न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि दिल्ली को वैश्विक मानचित्र पर एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी.
“सुंदर और विकसित दिल्ली” के संकल्प को साकार करते हुए, हमारी सरकार राजधानी को विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे, हरित परिवहन और नई संभावनाओं से जोड़ रही है. डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में दिल्ली विकास और पर्यटन में नए-नए कीर्तिमान स्थापित करेगी! हमारी सरकार यमुना जी को स्वच्छ और निर्मल बनाने के अपने संकल्प पर अडिग है. वह दिन दूर नहीं, जब दिल्ली में गंगा जी की तर्ज पर दिव्य और भव्य यमुना आरती का आयोजन होगा, जहां हजारों लोग हमारी महान सनातन संस्कृति से न केवल जुड़ेंगे, बल्कि उसे आत्मसात भी कर सकेंगे.
मां यमुना के आशीर्वाद से डबल इंजन की सरकार दिल्ली को विकास और अध्यात्म की राजधानी बनाने के लिए कटिबद्ध है, दिल्ली सरकार जनहित में निरंतर ऐतिहासिक कदम उठा रही है, जो राज्य के सर्वांगीण विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रहे हैं. इस कड़ी में, मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि 2016 अंतर्देशीय जलमार्ग अधिनियम के तहत यमुना नदी को राष्ट्रीय जलमार्ग-110 के रूप में विकसित किया जा रहा है, जो जगतपुर (दिल्ली) से प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) तक फैला होगा. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की मौजूदगी में नदी नाव पर्यटन/फेरी सेवाओं के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
इस पहल से जल परिवहन को बढ़ावा मिलेगा, दिल्ली के आर्थिक और पर्यावरणीय विकास को गति मिलेगी, साथ ही हरित परिवहन के विकास और यमुना किनारे रहने वाले लोगों की आजीविका में सुधार होगा.
केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच एमओयू होने पर दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है. हमने केंद्र सरकार, राज्यपाल, मुख्यमंत्री और डीडीए के अधिकारियों को एक मंच पर बैठकर दिल्ली के लिए सामंजस्य से काम करते देखा है. ऐसा नजारा दिल्ली में कई सालों के बाद देखने को मिला है. यह दिल्ली की जनता द्वारा बदलाव के लिए दिए गए जनादेश का उदाहरण है. अब सभी मिलकर काम कर रहे हैं.
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डीकेएम/