नई दिल्ली, 11 मार्च . यूपी सरकार के राज्यमंत्री रघुराज सिंह ने मंगलवार को कहा कि जिन मुसलमानों को होली के रंग से दिक्कत है, वो उस दिन बुर्का पहनकर निकलें. उनके इस बयान के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद राशिद अल्वी ने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा कहना भाजपा की संस्कृति है, न कि भारत की.
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने न्यूज एजेंसी से कहा, “मेरा पहला सवाल है कि क्या किसी मुसलमान ने होली पर कोई एतराज जताया है? कोई सलाह तो तब देगा, जब कोई मुसलमान कहेगा कि होली से उसे ऐतराज है. लेकिन भाजपा नेता खुद बोलते चले जाते हैं. अगर किसी एक मुसलमान ने कोई बयान दिया हो तो वो बताएं. इससे भाजपा की मानसिकता का पता चलता है. यह भारत की संस्कृति है या फिर भाजपा की संस्कृति है.”
भाजपा को घेरते हुए उन्होंने आगे कहा, “भारतीय जनता पार्टी के अंदर मुकाबला है कि कौन मुसलमानों के खिलाफ ज्यादा जहर उगलेगा, जो जितना बोलेगा, उसे उतनी बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी. वो मुख्यमंत्री और मंत्री भी बन सकता है. भाजपा के अंदर एक शर्त है कि मुसलमानों के खिलाफ बोलें, इससे कुछ भी हासिल किया जा सकता है.”
अगर वक्फ संशोधन बिल पास होगा, तो पूरे देश को शाहीन बाग बना देंगे, ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ की इस धमकी पर राशिद अल्वी ने कहा, “उन्हें अपने बयान में थोड़ा बदलाव करना चाहिए. प्रदर्शन करना उनका और सबका हक है. देश लोकतंत्र है, भले ही वो नाम का ही लोकतंत्र हो. संविधान उन्हें प्रदर्शन करने का हक देता है. उन्हें कहना चाहिए कि किसानों की तरह प्रदर्शन करेंगे. जैसे किसानों ने दो-दो साल तक प्रदर्शन किया था और सड़कों को बंद किया था. उन्हें किसानों की तरह प्रदर्शन करने की बात कहनी चाहिए.”
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