अलवर, 11 मार्च . रोडवेज में गबन की घटनाओं को रोकने और कंडक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए अलवर रोडवेज ने एक बड़ा निर्णय लिया है.
कंडक्टरों की कमी को दूर करने के लिए अब बस सारथी की जगह सिविल डिफेंस से कंडक्टर लगाए जाएंगे. रोडवेज मुख्यालय की ओर से मत्स्य नगर आगार में 20 सिविल डिफेंस के कंडक्टर लगाए जाएंगे. इसके लिए मत्स्य नगर आगार ने जिला प्रशासन को लिखा है.
मत्स्य नगर आगार के प्रशासन प्रबंधक संजय चौधरी ने बताया कि आगार के लिए 37 बस सारथी की स्वीकृति दी गई थी, जिनमें से 21 बसें स्टैंड पर लगी हुई थीं. इनमें से 4 को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है, जिसके बाद अब केवल 17 बस सारथी बच गए हैं. इनकी कमी को पूरा करने के लिए 20 सिविल डिफेंस कंडक्टर लगाए जाएंगे.
संजय चौधरी ने बताया कि यदि सिविल डिफेंस के कंडक्टरों के पास बेज और लाइसेंस नहीं हैं, तो रोडवेज उनकी मदद करेगा और लाइसेंस और बेज बनवाने की प्रक्रिया को पूरा करेगा. इसके बाद कंडक्टर अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे. हर कंडक्टर को 15,367 रुपये प्रतिमाह का वेतन मिलेगा.
साथ ही, प्रत्येक कंडक्टर को 35,000 रुपये की इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन की अमानत राशि और टिकट राशि जमा करानी होगी. इन कंडक्टरों की पूरी मॉनिटरिंग विभाग द्वारा की जाएगी. इस कदम से न केवल कंडक्टरों की कमी को दूर किया जाएगा, बल्कि रोडवेज में गबन की घटनाओं पर भी प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकेगा.
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एकेएस/एबीएम