चंडीगढ़, 11 मार्च . थानेसर से कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर तल्ख टिप्पणी की. इसके साथ-साथ बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए.
अशोक अरोड़ा ने मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण सरकार का रोडमैप होता है, लेकिन इस अभिभाषण में यह नहीं बताया गया कि सरकार भविष्य में कौन-कौन से काम करने वाली है और प्रदेश के लिए क्या योजनाएं तैयार की गई हैं.
अशोक अरोड़ा ने सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है. प्रदेश में शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है, अपराधों में इजाफा हो रहा है और हरियाणा बेरोजगारी में देशभर में पहले स्थान पर पहुंच चुका है. निकाय चुनावों के दौरान भय का माहौल देखने को मिला, जिसके कारण लोग मतदान में हिस्सा लेने के लिए बाहर नहीं निकले.
विधायक ने सरकार द्वारा दिए जा रहे बयान पर भी सवाल उठाया, जिसमें कहा जा रहा था कि बिना किसी पर्ची और खर्चे के नौकरी दी गई है. अरोड़ा ने यह आरोप लगाया कि उनके कार्यकाल में नौकरी देने वाली संस्था के अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था. इसके अलावा, उन्होंने रजिस्ट्री घोटाले का भी जिक्र किया, जिसमें कई कर्मचारी और अधिकारी दोषी पाए गए थे.
दादूपुर नलवी परियोजना को लेकर अरोड़ा ने कहा कि जब एक सरकार जाती है और दूसरी आती है, तो पिछली सरकार के अधूरे कामों को पूरा किया जाता है, न कि आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता है. उनका कहना था कि अगर दादूपुर नलवी परियोजना पूरी हो जाती, तो प्रदेश में पानी की भारी कमी को दूर किया जा सकता था.
कांग्रेस प्रदेश प्रभारी के चंडीगढ़ दौरे को लेकर सवाल किए जाने पर उन्होंने कहा कि प्रभारी सभी से फीडबैक लेंगे और पार्टी के कार्यकर्ताओं से जानकारी प्राप्त करेंगे. वहीं, कैग की रिपोर्ट को लेकर विधायक ने कहा कि रिपोर्ट से सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े होते हैं, और सरकार को अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी से पालन करना चाहिए.
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पीएसके/